न्यूयॉर्क में होने वाले एक नए अध्ययन से पता चला है कि जो व्यक्ति जितना अधिक शिक्षा से जुड़ा रहता है, उसकी आयु उतनी ही अधिक होती है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ‘द लांसेट पब्लिक हेल्थ’ जर्नल में प्रकाशित एक वैश्विक अध्ययन से पता चला है कि किसी व्यक्ति की शिक्षा का स्तर जितना अधिक होगा, उसकी जल्दी मौत का खतरा उतना ही कम होगा।
शोधकर्ताओं ने पाया कि अतिरिक्त शिक्षा प्राप्त करने पर प्रत्येक वर्ष एक व्यक्ति की शीघ्र मृत्यु का जोखिम औसतन 2 प्रतिशत कम हो जाता है।
दूसरे शब्दों में, जिन लोगों ने प्राथमिक विद्यालय के छह साल पूरे कर लिए हैं, उनमें औसतन जल्दी मृत्यु का जोखिम 13% कम होता है। माध्यमिक विद्यालय की शिक्षा वाले लोग जोखिम को लगभग 25% कम कर देते हैं, जबकि मास्टर डिग्री वाले लोग जोखिम को 34% कम कर देते हैं।
मनुष्य की आयु कई कारकों से प्रभावित होती है जिसमे निवास की जगह, कहां का मूल निवासी है, रोजगार के मौके आदि की भी अहम भूमिका होती है, लेकिन शिक्षा के स्तर से उम्र का सबसे बेहतर पूर्वानुमान लगाया जा सकता है।
अध्ययन के सह-प्रमुख लेखक और नॉर्वेजियन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के डॉ. मिर्जा बालाज अधिक शिक्षा को बेहतर जीवन स्तर से जोड़ते हैं। इस सम्बन्ध में उनका कहना है कि ऐसा इसलिए मुमकिन है क्योंकि अधिक शिक्षा से बेहतर रोजगार, उच्च आय, स्वास्थ्य देखभाल तक बेहतर पहुंच होना मुमकिन है और ये बेहतर पहुँच बेहतर जीवन के रूप में लम्बी आयु से जुड़ी है।