संयुक्त राष्ट्र ने श्रीलंका के नेताओं से देश के संविधान के अनुसार शांतिपूर्वक सत्ता हस्तांतरण करने की बात कही है। श्रीलंका में कई दिनों से जारी विरोध प्रदर्शनों के बाद गोतबाया राजपक्षे ने राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया है।
संयुक्त राष्ट्र के समन्वयक हाना सिंगर ने एक बयान जारी कर कहा कि वे श्रीलंका में सभी पक्षों से देश के संविधान के अनुसार पूर्ण सम्मान से सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तांतरण सुनिश्चित करने का आग्रह कर रहे हैं। उन्होंने सत्ता परिवर्तन के लिए संसद व संसद के बाहर समावेशी विचार विमर्श की बात कही है।
संयुक्त राष्ट्र का यह बयान उस समय में आया है जब बुधवार को हजारों प्रदर्शनकारियों ने राजधानी कोलंबो में राष्ट्रपति के सरकारी निवास पर धावा बोल दिया था और राजपक्षे ने श्रीलंका से मालदीव भागने और सिंगापुर पहुंचने के बाद इस्तीफा दे दिया है।
आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका में भोजन, ईंधन, चिकित्सा वस्तुओं की भारी कमी हो गई है। देश की अर्थव्यवस्था के पुनर्वास के लिए आईएमएफ से आपात पैकेज के लिए चर्चा जारी है। गोतबाया के इस्तीफे के बाद श्रीलंका की संसद के स्पीकर महिंदा यापा अभयवर्धने ने नया राष्ट्रपति चुने जाने तक प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया है।