कोलकाता। भाजपा और संघ में शामिल होने वाले मुसलमान होंगे सजा के हकदार. फतवा जारी कर सुर्खियों में रहने वाले टीपू सुल्तान मस्जिद के शाही इमाम सैयद मोहम्मद नूरूर रहमान बरकती ने उन सभी मुसलमानों के खिलाफ फतवा जारी किया, जो भाजपा या आरएसएस (संघ) में शामिल होते हैं।
मंगलवार को प्रेस वार्ता के दौरान इमाम ने घोषणा की कि संघ के साथ कोई भी सहयोग मुसलमानों को कड़ा दंड का सहभागी बनाएगा। वे (मुसलमान) कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस या माकपा जैसी किसी भी अन्य पार्टी में शामिल हो सकते हैं।
बकौल इमाम संघ लोगों को मार रहा है, ईसाई, दलित और मुसलमानों को संघ निशाना बना रहा है, इसलिए मुसलमानों को भाजपा और संघ में शामिल नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम संघ और उसके गुंडों का सामना करने के लिए सभी धर्मनिरपेक्ष हिंदुओं को भी एक साथ आने का आह्वान करते हैं, अन्यथा हम देश में जेहाद की घोषणा करेंगे।
वहीं, बरकती ने इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा और कहा कि मोदी को यह याद रखना चाहिए कि वे महज संघ के कार्यकर्ता नहीं है बल्कि देश के संरक्षक भी हैं, इसलिए उन्हें मुसलमानों के खिलाफ नहीं बोलना चाहिए। बरकती ने कहा कि वे टिपल तलाक पर अपनी लड़ाई जारी रखेंगे, क्योंकि यह शरियत के तहत बीते 1500 वषों से लागू है।
इमाम ने कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को शरियत के लिए लड़ना चाहिए। वे तलाक के मुद्दे पर हमें बांट रहे हैं और हम में से कुछ इसका समर्थन कर रहे हैं, जबकि कुछ लोग इसका मुखालफत कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बिल्किस बानो को न्याय मिलना चाहिए जबकि आरोपियों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए।