लखनऊ : अपने गृहक्षेत्र गोरखपुर के दो दिन के दौरे से लखनऊ से लौटे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को लखनऊ के गोमती रीवर फ्रंट पहुंचे. Cm
यहां उन्होंने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की.
यहां उनके साथ उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी मौजूद रहे. रिवर फ्रंट से जुड़े हुए इंजीनियर और अधिकारियों से उन्होंने परियोजना के बारे में जाना.
स्वाति सिंह, रीता बहुगुणा जोशी और ब्रजेश पाठक भी योगी आदित्यनाथ के साथ गोमती रिवर फ्रंट पहुंचे.
योगी ने पूछा कि रिवर फ्रंट परियोजना में 6 किमी नदी को 3 मीटर गहराई में गहरा किया गया है, लेकिन कागज पर, इतनी मिट्टी निकली तो फेंकी कहां गई?
गोमती को कितना गहरा किया गया?योगी ने रिवर फ्रंट की मीटिंग मे अधिकारियों और प्रोजेक्ट से जुड़े लोगो की जमकर क्लास लगाई. योगी ने पूछा गोमती का पानी क्यों गंदा है?
क्या सारे पैसे पत्थरों मे लगा दिए. प्रोजेक्ट की लागत इतनी ज्यादा क्यों हुई? कहा प्रोजेक्ट कॉस्ट ज्यादा है इसे संशोधित करें. मई तक गोमती का पानी साफ हो जाना चाहिए. एक साल के भीतर पूरा करें प्रोजेक्ट. योगी प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों पर कार्रवाई कर सकते हैं.
सीएम योगी के साथ आए मंत्रियों ने भी अधिकारियों और इंजीनियर की क्लास लगाई. रीता बहुगुणा जोशी तो अधिकारियों पर बरसती नजर आईं. सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा सभी को काम की समय सीमा बता दी गई है.
कई गड़बड़ी भी दिखाई दी हैं. फिलहाल पहला टास्क गोमती की सफाई और उसे गहरा करने का दिया गया है. दो महीने के भीतर गोमती को साफ करने का अल्टीमेटम दिया है.