उत्तराखंड के लिए सावन के पहले सोमवार की बारिश तबाही लेकर आई। चमोली के थराली और घाट ब्लॉक में तड़के बादल फटने से 10 दुकानें, कई मवेशी और कई वाहन बह गए। बता दें कि आज से उत्तराखंड और नेपाल मूल के लोगों का सावन शुरू हो गया है।
रात से लगातार हो रही बारिश से थराली के धारडंबगड़ में सोमवार को सुबह करीब 3:00 बजे और घाट में करीब 4:00 बजे बादल फट गया। जिससे कई मवेशी, 10 दुकानें, 3 बुलेरो, 1 मैक्स, 2 कार और 4 बाइक बह गई। फिलहाल किसी के हताहत होने की खबर नहीं हैं, लेकिन इस तबाही से लाखों का नुकसान हो गया है। वहीं घाट ब्लॉक में बादल फटने से कुंडी गांव में 5 परिवार बेघर होने और पशुओं के गौशाला में दबने की सूचना मिली है।
बादल फटने की सूचना के बाद जिलाधिकारी आशीष जोशी ने जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्र में स्थिति की समीक्षा करते के बाद आईआरएस टीम को राहत बचाव कार्य के लिए रवाना किया। कुंडी ग्राम में तहसीलदार और पुलिस टीम पहुंच चुकी है। टीम वहां हुए नुकसान का जायजा ले रही है।
वहीं थराली में प्राणमती नदी के तेज बहाव में कई खेत और नदी पर बना पुल बह गया है। यहां कुछ पुराने पैतृक मकान भी बह गए हैं। थराली देवाल मोटर मार्ग बंद पड़ा है। बारिश से रत गांव मोटर पुल बह गया है।
तहसीलदार माणिकलाल भेटवाल के नेतृत्व में तहसील प्रशासन और आपदा प्रबंधन की टीम पैदल मार्ग से मौके के लिए रवाना हो गई। मार्ग के क्षतिग्रष्ट होने से टीम का थराली पहुंचना मुश्किल हो रहा है। थराली रोड नंदकेशरी, पूर्णा में बंद पड़ी हुई है।
बगड़ीगाड़ के हरनी में शिव व नारायण का मंदिर और धर्मशाला बह गई है। कर्णप्रयाग में पिंडर नदी उफान पर है।
भारी बारिश से रात्रि के समय पीपलकोटी के समीप अगथला गदेरे में मलबा आने से बदरीनाथ हाईवे बाधित हो गया। एनएच की मशीनें और मजदूर हाईवे खोलने में जुटे हैं। मार्ग बदं होने से बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब की यात्रा रोक दी गई है।