जयपुर। राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के रावतभाटा परमाणु संयंत्र से महज 11 किलोमीटर दूर स्थित एक बारूद फैक्टरी में अचानक हुए धमाके में चार लोगों की मौत हो गई। हादसे में 20 से अधिक लोग घायल हुए। हादसा शाम साढ़े चार बजे हुआ। सूचना पर बचाव दल मौके पर पहुंचा और राहत कार्य शुरू कर दिया। धमाका इतना तेज था कि इसकी आवाज 20 किलोमीटर दूर तक सुनी गई।
चित्तौडगढ़ के रावतभाटा के पास श्रीपुरा में स्थित बारूद फैक्टरी की तीन मंजिला इमारत इस हादसे में पूरी तरह धराशायी हो गई। धमाका इतना जोरदार था कि शवों के चिथड़े और फैक्टरी के टिन-टप्पर आकाश में उड़ते दिखाई दिए। फैक्टरी में औद्योगिक क्षेत्र में इस्तेमाल किये जाने वाला विस्फोटक बनाया जाता था। बचाव दल राहत कार्य में जुटा है। पुलिस हादसे के कारणों का पता लगा रही है।
लगभग 100 बीघा में फैली इस फैक्टरी में पहले भी ऐसे धमाके हो चुके हैं। पांच साल पहले हुए विस्फोट में दो लोगों की मौत हुई थी, जबकि पिछले महीने फैक्टरी में आग लगी थी हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ था। फैक्टरी से महज 11 किलोमीटर दूसर रावतभाटा परमाणु संयंत्र स्थित है। यह परमाणु बिजली संयंत्र है और पूरी तरह भूमिगत है। इस लिहाज से अगर इस विस्फोट का असर यहां होता है तो बड़ा हादसा हो सकता है। भूमिगत होने के कारण मजदूरों के पास भागने का भी रास्ता नहीं रहता। हालांकि परमाणु संयंत्र में किसी तरह का असर नहीं हुआ है।