वॉशिंगटन: चीनी हैकर्स ने अमरीकी विदेश विभाग के कंप्यूटर सिस्टम पर हमला कर दिया और 60 हज़ार ईमेल चुरा लिए।
वर्ल्ड न्यूज एजेंसी के मुताबिक, अमरीकी सीनेट स्टाफ के एक सदस्य ने रॉयटर्स से बातचीत में स्वीकार किया कि चीन के हैकर्स ने विदेश मंत्रालय के माइक्रोसॉफ्ट ई-मेल प्लेटफॉर्म तक पहुंच हासिल कर ली है।
हैकर्स ने एक माइक्रोसॉफ्ट इंजीनियर के डिवाइस से छेड़छाड़ की है। विदेश विभाग के जिन अधिकारियों के अकाउंट्स से छेड़छाड़ की गई थी, उनमें से अधिकतर इंडो-पैसिफिक कूटनीति प्रयासों पर काम कर रहे थे। हैकर्स ने विभाग के सभी ईमेल वाली एक सूची को भी हैक किया है।
अमरीकी आईटी अधिकारियों ने ब्रीफिंग में उन व्यक्तियों के नाम और पदों का खुलासा नहीं किया जिनके ईमेल हैक किए गए थे।
रिपोर्ट के मुताबिक़ विदेश विभाग के आईटी अधिकारियों का कहना है कि विभाग के 10 खातों से 60 हज़ार ईमेल चोरी किये गए हैं। अधिकारी दावा करते हैं कि ये सारे ईमेल राज्य के 10 विभागों से चोरी किये गए हैं। इनमें से 9 अधिकारी ईस्ट एशिया और पैसिफिक के लिए काम रहे थे जबकि एक यूरोप के लिए काम करता था।
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— Patrika Hindi News (@PatrikaNews) September 28, 2023
गौरतलब है कि चीनी हैकर्स द्वारा बीते मई में क़रीब 25 ऑर्गेनाइजेशन के ईमेल को एक्सेस किये जाने की ख़बरें भी आई थीं। साथ ही चीन के हैकरों ने बीजिंग में अमेरिकी राजदूत निकोलस बर्न्स के ईमेल खाते में भी घुसपैठ की थी। इससे पहले पूर्वी एशिया के सहायक सचिव डैनियल क्रिटेनब्रिंक के खाते को भी हैक किये जाने की खबर आ चुकी है।
चीन ने ईमेल हैक करने के अमरीकी विदेश विभाग के आरोप को खारिज कर दिया है और अपने बचाव में माइक्रोसॉफ्ट की अक्षमता को इस मामले का असली कारण बताया है।