बीजिंग: चीन ने गाजा में जारी युद्ध को ‘मानव सभ्यता के लिए शर्म की बात’ बताते हुए तत्काल युद्धविराम की मांग की है।
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने बीजिंग में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह मानवता के लिए त्रासदी और मानव सभ्यता के लिए शर्म की बात है कि 21वीं सदी में भी इस मानवीय आपदा को रोका नहीं जा सकता है।
चीनी विदेश मंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से गाजा में शत्रुता को समाप्त करने और वहां जारी अत्याचारों को समाप्त करने के लिए तत्काल कार्रवाई करने और तत्काल मानवीय राहत को संभव बनाने के लिए अपनी नैतिक जिम्मेदारी पर विचार करने का आग्रह किया।
गौरतलब है कि गाजा में संघर्ष विराम की तमाम कोशिशों के बावजूद युद्ध छठे महीने में प्रवेश कर चुका है। अमरीका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हमास से रमजान की शुरुआत से पहले इजरायल के साथ संघर्ष विराम योजना को स्वीकार करने का आग्रह किया है, लेकिन मिस्र में मध्यस्थ संघर्ष विराम वार्ता में बाधाओं को दूर करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
China calls for 'permanent' UN membership for Palestine, says Gaza war "disgrace for civilization" https://t.co/vldgyJOQBf
— Devdiscourse (@Dev_Discourse) March 7, 2024
उधर, संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि युद्ध के कारण गाजा में घिरे फिलिस्तीनियों को जल्द ही अकाल का सामना करना पड़ सकता है।
7 अक्टूबर से गाजा में युद्ध मैदानी इलाकों से निकलकर अब शहरी क्षेत्र तक सीमित हो गया है, जहां इमारतों और घरों की जगह मलबे के ढेर ने ले ली है, जिससे गाजा की 24 लाख आबादी तबाही झेलने को मजबूर है।
इज़रायली सेना गाजा में सहायता आपूर्ति को रोक रही है, जिससे घिरी हुई आबादी के लिए भोजन की गंभीर कमी हो गई है।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कल जारी बयान के मुताबिक भोजन और पानी की कमी के कारण 20 लोगों की मौत हो गई, जिनमें आधे बच्चे थे।
गौरतलब है कि गाजा पर इजरायल के क्रूर हवाई और जमीनी हमलों में अब तक 30,717 फिलिस्तीनी मुसलमान शहीद हो चुके हैं, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी मारे गए हैं।