बीजिंग। चीन ने विदेशों में स्पोर्ट्स क्लबों, रीयल एस्टेट और मनोरंजन क्षेत्रों में निवेश करने को प्रतिबंधित किया है तथा पॉर्नाेग्राफी एवं अनाधिकृत सैन्य प्रौद्योगिकी में निवेश पर पूरी तरह रोक लगा दी है। सरकार ने नये नियमों की घोषणा कल की।
यह घोषणा ऐसे समय में हुई है जब कुछ ही दिन पहले ब्रितानी फुटबॉल क्लब साउथैंपटन ने चीनी कारोबारी गावो जिशेंग के साथ करार की घोषणा की है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, जिशेंग एवं उनके परिवार ने क्लब की अस्सी प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए 25.95 करोड़ डॉलर का भुगतान किया है।
सरकार पहले विदेश में निवेश को प्रोत्साहित करती थी लेकिन उसने कंपनियों के कर्ज का खतरनाक स्तर तक बढ़ जाने की आशंका के मद्देनजर अप्रत्याशित अधिग्रहणों के खिलाफ पिछले साल के अंत में चेतावनी दी थी।
चीन की सरकार ने जोखिमों से बचने का हवाला देते हुए कहा, विदेश में किये जाने वाले वैसे निवेश जो शांतिपूर्ण विकास, आपसी लाभदायक सहयोग तथा वृहद आर्थिक नियमन के चीन के प्रयासों के अनुरूप नहीं हैं, उन्हें रोका जाएगा।
नये आदेश के अनुसार, चीन की कंपनियां संघर्षग्रस्त क्षेत्रों तथा चीन के साथ कूटनीतिक संबंध नहीं रखने वाले देशों में अब निवेश नहीं कर सकेंगी। इसके तहत वैसे निवेश भी प्रतिबंधित किये गये हैं जिनसे चीन की सुरक्षा और उसके हित को नुकसान पहुंचने की आशंका हो।
ब्लूमबर्ग के अनुसार, चीन की सरकार ने अनबंग को विदेश स्थित अपनी सारी संपत्तियां बेचने का आदेश दिया है। इस सख्ती से पूरे निजी क्षेत्र पर असर पड़ा है। इस साल के पहले छह महीनों में विदेश में चीन के गैर वित्तीय कंपनियों का निवेश 46 प्रतिशत कम हुआ है।