बहुजन समाज पार्टी के नेता एवं खनन कारोबारी इकबाल उर्फ बाल्ला के मिजार्पुर स्थित आवास पर मंगलवार को केन्द्रीय जांच ब्यूरों (सीबीआई) ने छापा मारा। सीबीआई सूत्रों के अनुसार सीबीआई ने वर्ष 2012 में आवंटित बालू और खनन के पट्टाधारकों द्वारा बरती गई अनियमितताओं को लेकर एफआईआर दर्ज कराई थी। उसके बाद सुबह करीब दस बजे सीबीआई के अधिकारी इकबाल बाल्ला के आवास मिजार्पुर पर पहुंचे और करीब तीन घंटे तक खनन संबंधी दस्तावेजों की जानकारी ली और इकबाल बाल्ला से पूछताछ की।
सीबीआई ने घर में रखी नकदी आदि की भी जानकारी ली। सीबीआई दल ने इकबाल बाल्ला से उसके भाई बसपा एमएलसी महमूद अली के आवास की जानकारी मिली। सूत्रों ने बताया कि इकबाल बाल्ला के परिवार ने मिजार्पुर में मनमाने ढ़ंग से मानकों को ताक पर रखकर ग्लोकल यूनिवर्सिटी की स्थापना की है। सीबीआई टीम दस्तावेजों को साथ लेकर लौट गई।
छापेमारी के संबंध में सहारनपुर रेंज के डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल ने बताया कि सीबीआई की छापेमारी के बारे में स्थानीय पुलिस प्रशासन उसमें शामिल नहीं रहता है। जिला प्रशासन सिर्फ सीबीआई टीम को सुरक्षा प्रदान करता है। सीबीआई ने इकबाल बाल्ला से जुड़े लोगों के देहरादून और लखनऊ आवासों के अलावा 11 स्थानों पर छापेमारी की कार्रवाई की। गौरतलब है कि सीबीआ ने इकबाल बाल्ला के सहारनपुर स्थित ठिकानों पर पिछले माह भी छापेमारी की थी।