नई दिल्ली। सीबीआई ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रिंसिपल सेक्रेटरी राजेंद्र कुमार समेत 5 लोगो को अरेस्ट किया है। इन सभी पर करप्शन के आरोप हैं। सीबीआई के मुताबिक राजेंद्र ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए एंडओवर नाम की एक प्राइवेट कंपनी को फायदा पहुंचाया। जिसके जरिये 50 करोड़ रुपये की बंदरबांट की गयी। अरेस्ट किए गए लोगों में सीएम ऑफिस में डिप्टी सेक्रेटरी तरुण शर्मा, एंडेवर कंपनी के दो अधिकारी और एक अन्य युवक शामिल है।
गिरफ्तार किये गये लोगों में राजेंद्र कुमार के अलावा डिप्टी सेक्रेटरी तरुण शर्मा, डिप्टी सेक्रेट्री संदीप कुमार के साथ साथएंडएवर के अफसर दिनेश गुप्ता और अशोक कुमार प्राइवेट कंपनी के तत्कालीन निदेशक शामिल हैं। इस सभी को सीबीआई ने सोमवार को लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किये गये तरुण शर्मा केजरीवाल के ऑफिस में ही पोस्ट वेट डिपार्टमेंट में ऑफिसर रहे हैं। बताया जा रहा है कि तरुण भी एंडएवर कंपनी के बोर्ड में शामिल हैं। सीबीआई का दावा है कि अरेस्ट किए गए सभी लोगों के खिलाफ उसके पास ठोस सुबूत हैं। सीबीआई सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार किये गये आरोपी पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे थे। जिसके बाद उन्हें अरेस्ट करने का फैसला लिया गया।
इससे पहले भी सीबीआई को राजेंद्र कुमार के खिलाफ कई शिकायते मिलीं थी। शिकायतों में आम आदमी पार्टी छोड़ चुके आशीष जोशी की शिकायत भी शामिल है। गिरफ्तार किये गये राजेन्द्र कुमार पर सीबीआई ने पद के दुरुपयोग और प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट लगाया है। गौरतलब है कि राजेंद्र कुमार वही ऑफिसर हैं जिन्हें 2013 में भी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने 49 दिन के पहले टर्म के दौरान भी प्रिंसिपल सेक्रेटरी बनाया था। उन्हें इस बार प्रिंसिपल सेक्रेटरी बनाया गया। इससे पहले दिसंबर 2015 में सीबीआई ने राजेंद्र कुमार के ऑफिस पर छापेमारी की थी। तब केजरीवाल ने कहा था कि केंद्र सीबीआई के जरिए दिल्ली सरकार को अन स्टेबल करने की कोशिश कर रही है।