सऊदी शासक सलमान बिन अब्दुल अज़ीज़ के सौतेले भाई अहमद बिन अब्दुल अज़ीज़ ने ईरान के ख़िलाफ़ सैन्य टकराव में रियाज़ के कूदने का विरोध करते हुए इसके नतीजे को रियाज़ के लिए त्रासदीपूर्ण कहा है।
टैक्टिकल रिपोर्ट के हवाले से इरना के अनुसार, सऊदी शासक के महल के कुछ सूत्रों का कहना है कि अहमद बिन अब्दुल अज़ीज़ ने कहा है कि अगर युवराज बिन सलमान ने ईरान के ख़िलाफ़ सैन्य टकराव में ब्रिटिश-अमरीकी गठबंधन में शामिल होने का इरादा किया तो वह इसका विरोध करेंगे। अहमद बिन अब्दुल अज़ीज़ को सऊदी युवराज मोहम्मद बिन सलमान की नीतियों का विरोधी माना जाता है।
इस रिपोर्ट के अनुसार, अहमद बिन अब्दुल अज़ीज़ ने अमरीकी राष्ट्रपति ट्रम्प की योजनाओं में साथ देने के बजाए, फ़ार्स खाड़ी सहयोग परिषद में एकता की अपील की है। उनका कहना है कि ट्रम्प की नीति क्षेत्र को नई जंग की ओर घसीट रही है।
ग़ौरतलब है कि अहमद बिन अब्दुल अज़ीज़ नवंबर 2017 में बिन सलमान द्वारा की जाने वाली गिरफ़्तारियो से कुछ घंटे पहले सऊदी अरब से निकलने और लंदन में शरण लेने में सफल हुए थे।
वह सऊदी युवराज की यमन और बहरैन में कार्यवाही की बारंबार आलोचना कर चुके हैं। वह दिसंबर 2018 में उस समय रियाज़ लौट आए जब सऊदी अरब के आलोचक पत्रकार जमाल ख़ाशुक़्जी की हत्या और यमन युद्ध के कारण इस देश पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दबाव था।