नई दिल्ली। गुजरात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के पोस्टर पर कालिख पोतने का मामला सामने आया है। दिवाली शुभकामना संदेश की तस्वीरें वाले पोस्टर पर कालिख पोतने की खबर सामने आने के बाद राज्य में हड़कंप मच गया।
इस मामले में पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है। आरोपी शख्स की पहचान पाटीदार नेता हार्दिक पटेल की पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (PAAS) के सदस्य के रूप में की गई है। नेताओं के चेहरे पर कालिख पोतने के मामले में पूना और सरथना पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया था।
बता दें कि गुजरात वासियों को दिवाली पर बधाई देने के लिए भाजपा विधायक वीडी जलवाडिया ने ये पोस्टर लगवाए थे। लेकिन हार्दिक पटेल की पार्टी के सदस्य पर कथित तौर पर पोस्टर स्प्रे से कालिख पोतने के घटनाक्रम में शामिल होने का आरोप लगा है। इस संबध में पूना और सरथना पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है।
पुलिस ने आईपीसी की धारा 153, 427 और 114 के तहत केस दर्ज किया है। कोई अप्रिय घटना ना घटे इसके चलते पुलिस ने खुद की मौजूदगी में इन पोस्टर्स को हटवा लिया। जानकारी के मुताबिक, पूना और सरथना पुलिस मंगलवार रात पेट्रोलिंग कर रही थी। तभी उन्होंने पीएम मोदी, शाह और रूपाणी के कालिख पोते पोस्टर देखे।
सरथना पुलिस इंस्पेक्टर एनडी चौधरी ने बतया, ‘पोस्टर्स में जो भाजपा नेता पाटीदार नहीं थे, उनके चेहरे पर कालिख पोत दी गई थी। यह कुछ लोगों ने कानून व्यवस्था में बाधा डालने के इरादे से किया। मामले में हमने तुरंत संज्ञान लेते हुए निकुंज काकड़िया के खिलाफ केस दर्ज किया। वह पास का एक्टिव सदस्य है। इसके अलावा निकुंज ने उन छह लोगों का भी नाम बताया है जो इस घटनाक्रम में उसके साथ थे।’