पैगंबर मोहम्मद दिए गए भाजपा नेता नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल के ट्वीट पर इस्लामिक देशों का सख्त रद्दे अमल देखने को मिला। इसके विरोध में सऊदी अरब, कतर, कुवैत, ईरान और पकिस्तान ने कड़ी निंदा की है। भारतीय जनता पार्टी ने अपने दोनों नेताओं को निष्कासित करने के साथ धर्मों के लिए सम्मान की बात कही है।
इस सम्बन्ध में रविवार को कतर, कुवैत और ईरान ने भारतीय दूत को तलब किया। सऊदी अरब ने भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा की टिप्पणी को “अपमानजनक” बताया। कुवैत और दोहा में भारतीय दूत को विदेश मंत्रालय ने तलब किये जाने के बाद एक आधिकारिक विरोध पत्र सौंपा गया इसमें भारत सरकार से सार्वजनिक माफी के साथ इन टिप्पणियों की तत्काल निंदा की बात कही गई।
इसी क्रम में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के व्यापार को बढ़ावा हेतु भारतीय व्यापार जगत के नेताओं के साथ होने वाले यात्रा भी रद्द कर दी गई।
भारत के उपराष्ट्रपति श्री वेंकैया नायडू दोहा में है
कतर सरकार द्वारा उनका प्रस्तावित सरकारी डिनर कैंसल।उपराष्ट्रपति की प्रेस वार्ता भी स्थगित। pic.twitter.com/yOKPlbqN1g
— INC TV (@INC_Television) June 6, 2022
कुवैत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारतीय राजदूत को रतलब करते हुए एशिया मामलों के सहायक विदेश मंत्री ने उन्हें एक आधिकारिक पत्र सौंप जिसके ज़रिये विरोध जताते हुए इनकी निंदा की गई है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी पैगंबर के खिलाफ कथित टिप्पणी को आहत करने वाली’ कहा और निंदा की।
कैसे क़तर से शुरु हुआ खाड़ी देशों में नूपुर शर्मा के ख़िलाफ़ नाराज़गी और बीजेपी की कार्रवाई का सिलसिला- प्रेस रिव्यू https://t.co/bbMFcobLVc
— BBC News Hindi (@BBCHindi) June 6, 2022
इतने विरोधों के बीच भारतीय जनता पार्टी ने पैगंबर के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी के बाद अपनी राष्ट्रीय प्रवक्ता नुपुर शर्मा को निलंबित कर दिया है साथ ही दिल्ली मीडिया प्रमुख नवीन कुमार जिंदल को भी पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।
भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता नुपुर शर्मा ने एक टीवी चैनल पर बहस के दौरान कथित तौर पर पैगंबर का अपमान किया था। साथ ही एक और बीजेपी नेता नवीन जिंदल ने पैगंबर के बारे में एक ट्वीट शेयर करते हुए विवादित दिया था। इसके नतीजे में कानपुर में जुमे की नमाज के बाद दो गुटों के बीच झड़प हो गई थी जिसे तुरंत काबू में कर लिया गया था। इस मामले में करीब 40 लोग घायल हो गए थे।
इस चौतरफा विरोध के बाद भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी किसी भी धर्म के पूजनीयों का अपमान स्वीकार नहीं करती है। किसी भी धर्म-संप्रदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला विचार स्वीकृत नहीं है। दूसरी ओर भाजपा के बयान को कांग्रेस ने महज एक ढोंग बताया है।