एससी-एसटी एक्ट में संशोधन कर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटने वाले सरकार के कदम के विरोध में स्वर्ण समाज पूरी तरह से लामबंद हो गया है।
स्वर्ण समाज के लोगों ने आज भारत बंद का आवाहन किया है जिसको देखते हुए हर जगह पर अलर्ट कर दिया गया है गोरखपुर मैं भी बंद का मिलाजुला असर देखने को मिल रहा है
स्वर्ण की मांग है कि इसमें बिना जांच के दंड का प्रावधान है और अधिकांश मामलों में इसका दुरुपयोग होता रहा है जिस पर सरकार पुनर्विचार पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सर्वसम्मति से पारित करें।
गोरखपुर के ग्रामीण क्षेत्रों से सुबह ही से स्वर्ण समाज के कार्यकर्ता सड़को पर उतर कर सरकार विरोधी नारे लगाते हुए दुकानों, बाजारों आदि को बंद कराने लगे है वही स्थानीय पुलिस व खुफिया तंत्र पूरी तरह से मुस्तैद है। चौक, चौराहो पर पुलिस व पीएसी की गाड़ियों को देखा है वही पुलिस लगातार प्रदर्शन कारियो से अपील कर रही है कि वो अपनी मांगो को शान्तिपूर्ण तरीके से रखें और किसी प्रकार का कोई उपद्रव ना करे।
एससी, एसटी एक्ट के विरोध में भारत बंद को देखते हुए गोरखपुर जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. जिलाधिकारी के. विजेन्द्र पण्ड्यान ने बताया की भारत बंद को लेकर शोसल मीडिया पर ही इस तरह की अपील देखने को मिल रही है फिलहाल हम पूरी तरह से तैयार है जिले की पुलिस व प्रशासन के लोगो को पूरी तरह से अलर्ट कर दिया गया है. साथ ही पर्यापत मात्रा में पुलिस बल, पीएसी खुफिया विभाग नजर बनाये हुए है हमारी भी जनता से यही अपील है की शानि व्यवस्था को बनाने में सहयोग करें।
गोरखपुर में आरक्षण के विरोध में भारत बंद का प्रभावी असर दिखा। उम्मीद के उलट बड़ी संख्या में आरक्षण विरोधी सड़क पर उतरे। गोरखपुर के प्रमुख बाजार गोलघर, बक्शीपुर, सिनेमा रोड और पार्क रोड पर बंद समर्थकों ने लाठी के बल पर दुकानों को बंद कराया। इस दौरान पुलिस और प्रशासन मूकदर्शक की भूमिका में दिखी। कस्बाई इलाकों में भी बंद का खासा असर दिखा।
बड़हलगंज और कौड़ीराम में तो कमोवेश सभी दुकानें बंद रहीं। वहीं चौरीचौरा, पीपीगंज में भी बंद का असर दिखा। दुकानों को बंद कराने के बाद समर्थकों ने नगर निगम परिसर में सभा कर मोदी सरकार को जमकर कोसा। इस दौरान पुलिस और पीएसी के जवान बड़ी संख्या में तैनात रहे।