बहरैन में आले ख़लीफ़ा शासन की तानाशाही के विरोध में आरंभ होने वाली क्रांति की वर्षगांठ के अवसर पर देश के विभिन्न शहरों में प्रदर्शन हुए और प्रदर्शनकारियों और शाही सुरक्षाबलों के बीच हुए संघर्ष की खबरें प्राप्त हुई हैं।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, बहरैन में क्रांति की वर्षगांठ के अवसर पर सैकड़ों लोग सड़कों पर निकले और उन्होंने शाही सरकार के ख़िलाफ़ जमकर नारे लगाए।
बहरैन की सरकार विरोधी शक्तियों ने 14 फ़रवरी को सुबह से लेकर शाम तक देशव्यापी प्रदर्शनों की अपील की, जिसका लोगों ने भरपूर स्वागत किया।
शाही सरकार के सुरक्षा बलों ने अलअक्र क्षेत्र में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले फ़ायर किए और प्रदर्शनकारियों पर जीवित गोली फ़ायर की जिसके बाद कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए।
ऐसा कहा जाता है कि कुछ क्षेत्रों में बहरैनी सुरक्षाकर्मियों और प्रदर्शनकारियों में ज़बरदस्त संघर्ष हुआ।
नुवैदरात क्षेत्र में भी सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों पर ज़बरदस्त हमला किया और क्षेत्र को पूरी तरह अपने घेरे में ले लिया और लोगों के आने जाने पर प्रतिबंध लगा दिया।