लखनऊ : शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद की ओर से लगाए गए आरोपों पर समाजवादी पार्टी नेता और पूर्व मंत्री आजम खान ने पलटवार किया है. Azam
कल्बे जव्वाद ने कहा था कि आजम खान के मंत्री रहते हुए एक शहर में वक्फ बोर्ड की जमीन में 400 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ जिसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए.
रामपुर में शुक्रवार को आजम खान ने कहा कि जब वो मंत्री थे तो कल्बे जव्वाद अपने दामाद को शिया वक्फ बोर्ड का चेयरमैन बनाने के लिए उनके पास आए थे.
आजम खान के मुताबिक उन्होंने कहा था कि भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से उन्हें चेयरमैन नहीं बनाया जा सकता, हां अगर वो चुनाव लड़ कर बनना चाहें तो बन सकते हैं.
आजम खान ने कहा कि जिस शख्स के पास नामजदगी का पर्चा भरने के लिए एक समर्थक ना हो वो चुनाव ही कैसे लड़ते, जीतना तो दूर की बात है. आजम खान ने कहा कि अब कल्बे जव्वाद उनसे दुश्मनी पर उतारू हैं.
आजम खान ने कहा कि बिना किसी चीज को प्रमाणित तौर पर साबित किए, उनकी छवि को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है. आजम खान के मुताबिक उनका किसी वक्फ से व्यक्तिगत तौर पर कोई वास्ता नहीं है.
रामपुर पब्लिक स्कूल की बनने वाली इमारत, अनाथालय और स्कूल ट्रस्ट की मिल्कियत है, व्यक्तिगत नहीं. आजम खान ने कहा, ‘हम बच्चे-बच्चियों को पढ़ाना चाहते हैं.
खास तौर पर मुसलमानों के बच्चों से जहालत के अंधेरे को दूर करना चाहते हैं. हम इसके लिए हर कुर्बानी को तैयार हैं. हर बर्बादी को तैयार हैं क्योंकि हमारा दामन, जमीर, गर्दन सब कुछ पाक साफ है.
हमने जो कुछ किया शिक्षा के लिए किया. हम इतिहास छोड़ कर जाएंगे आने वाली नस्लों के लिए. जो हमने किया इतना बड़ा कोई सोच भी नहीं सकता.’
आजम खान ने कल्बे जव्वाद नकवी, मोहसिन रजा नकवी, एजाज अब्बास नकवी का नाम लेते हुए कहा कि ये सारे नकवी साहेबान हमारे इस मिशन, काफिले को बर्बादी के रास्ते पर ले जाना चाहते हैं.
हमारे शिक्षा के उस मिशन को जिसकी प्रेरणा हमें सर सैयद से मिली. बता दें कि मोहसिन रजा उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल में अकेले मुस्लिम चेहरे हैं.
आजम खान ने कल्बे जव्वाद नकवी, मोहसिन रजा नकवी और एजाज अब्बास नकवी के बारे में कहा, ‘ये नकवी साहेबान आज के मीर जाफर हैं.
ये नहीं चाहते कि हमारे बच्चे बच्चियां पढ़ें. इन जमीनों पर तालीम के मंदिर बने. आजम खान ने कहा कि किसी राजनीतिक दल ने उंगली नहीं उठाई. बल्कि कुछ गुंडे, माफिया, ऐसे लोग जो हमें अंधेरे की जिंदगी में धकेल देना चाहते हैं, ये पहल उनकी तरह से हुई है.’