सीपीसीबी यानी केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कहना है कि इस बार औसत एक्यूआई 350 से अधिक हो गया। जनवरी 2023 के लिए औसत मासिक वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एक्यूआई 311 था।
कम तापमान सहित कोहरा और प्रतिकूल मौसम के चलते हवा की गुणवत्ता में होने वाली गिरावट को इसका प्रमुख कारण बताया जा रहा है। इसके अलावा जनवरी में दिल्ली ने लगातार वायु प्रदूषण के बढ़े स्तर का सामना किया है जिसके कारण ये संकट और बढ़ गया है। नतीजे में औसत सूचकांक पिछले साल की तुलना में अधिक हो गया है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) से मिली जानकारी के अनुसार, औसत मासिक वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 350 से अधिक हो गया। इसकी तुलना में, जनवरी 2023 के लिए एक्यूआई 311 मापा गया था। #AirQuality #Delhi https://t.co/1IWSyTgpOT
— Navjivan (@navjivanindia) January 31, 2024
हवा के एक घन मीटर में पाया जाने वाला हानिकारक कण पदार्थ पीएम 2.5 की सांद्रता एक्यूआई के लिए एक गेज के रूप में कार्य करता है। ये श्वसन समस्या, फेफड़ों के कैंसर तथा हृदय संबंधी बीमारियों को प्रेरित करने का कारण बनता है।
वर्गीकरण के आधार पर एक्यूआई को इस प्रकार समझ सकते हैं –
0-50 का एक्यूआई अच्छा, 51-100 तक संतोषजनक, 101-200 तक मध्यम, 201- 300 तक खराब, 301-400 तक बहुत खराब जबकि 401- 500 को गंभीर श्रेणी में रखा जाता है। एक्यूआई 500 से अधिक होने पर इसे गंभीर-प्लस या आपातकालीन श्रेणी में रखते हैं।
इस सम्बन्ध में मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि लगातार दो पश्चिमी विक्षोभ के चलते आने वाले दिनों में हवा की गुणवत्ता में सुधार होने की उम्मीद है।