क्रिकेट के प्रति भारतीय जनता जितनी दीवानी है उतना ही उसे क्रिकेट पर बनी फिल्मों से एलर्जी है। इस बात का अंदाज़ा कबीर खान की 83 का अंजाम देखकर ही लगाया जा सकता है। 83 के ज़रिये कबीर ने भारत की एक गौरव गाथा को दोहराया था। जबकि जनता ने इस रिक्रिएशन को नकार दिया। यही हश्र फिल्म ‘शाबाश मिथु’ का भी हुआ।
‘शाबाश मिथु’ की पहले दिन की ओपनिंग बता रही है कि दर्शकों को इसमें ज़रा भी दिलचस्पी नहीं। फिल्म ‘शाबाश मिथु’ एक दक्षिण भारतीय पारंपरिक परिवार में पैदा हुई बेटी की रूढ़ियों से बगावत की कहानी है।
करीब 30 करोड़ रुपये में बनी फिल्म ‘शाबाश मिथु’ का पहले दिन का कलेक्शन एक करोड़ से भी कम रहा। आंकड़ों के मुताबिक फिल्म ने पूरे देश में सिर्फ 80 लाख रुपये बॉक्स ऑफिस पर कमाए हैं। इसके साथ ही रिलीज हुई फिल्म ‘हिट द फर्स्ट केस’ का कलेक्शन इससे थोड़ा बेहतर रहा। इस फिल्म ने करीब 1.40 करोड़ रुपये रहा है। दोनों फिल्मों को मिली बेहद कमजोर ओपनिंग के चलते इन दोनों फिल्मों का बॉक्स ऑफिस भविष्य अभी से धुंधला दिखने लगा है। जानकार इसका कारण खराब मार्केटिंग बता रहे हैं।