वैगनर ग्रुप जिसने रूस के लिए यूक्रेन में सफलता हासिल की है, ने रूसी सैन्य नेतृत्व के खिलाफ तख्तापलट की घोषणा करते हुए रूसी रक्षा मंत्रालय का रुख किया है।
रूस-यूक्रेन युद्ध में अब रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के खिलाफ बगागत के हालत बनने लगे हैं। खबर है कि रूस के वैगनर ग्रुप के मुखिया येवगेनी प्रिगोझिन ने सेना के खिलाफ बगावत कर दी है। प्रिगोझिन ने अपने लड़ाकों को सशस्त्र नागरिक संघर्ष शुरू करने का आह्वान किया है।
ऐसे में राजधानी मास्को में सड़को पर सेना को उतार दिया गया है। यहाँ रोड पर टैंक देखे जा सकते हैं। वैगनर ग्रुप ने रूसी जेट विमानों द्वारा अपने दस्ते के कर्मियों को कथित तौर पर निशाना बनाए जाने पर चिंता जताई है और बग़ावत की घोषणा करते हुए कहा है कि यह चरम सीमा तक जाएगा।
वैगनर समूह के प्रमुख ने दावा किया है कि रक्षा मंत्री के आदेश पर बमबारी करके उनके समूह के सैकड़ों लड़ाकों को मार दिया गया है, जबकि उनके 2,000 सेनानियों को मरकर यूक्रेन में छिपा दिया गया है जिसे इस नुकसान को कम करके दिखाया जा सके।
वैगनर समूह के प्रमुख के अनुसार, उनकी सेना ने यूक्रेन में नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे एक रूसी सैन्य हेलीकॉप्टर को भी मार गिराया है।
उन्होंने रूस के दक्षिणी क्षेत्र रोस्तोव में प्रवेश करने का भी दावा किया और कहा कि अब उनके रास्ते में जो भी आएगा उसे नष्ट कर दिया जाएगा।
पुतिन की जिद अब पड़ेगी महंगी? प्राइवेट आर्मी वैगनर ने कर दी बगावत, मॉस्को में हाई अलर्टhttps://t.co/SRAguzCZni
— India TV (@indiatvnews) June 24, 2023
उधर क्रेमलिन ने वैगनर ग्रुप के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन पर गृहयुद्ध भड़काने का आरोप लगाया है और स्थिति से निपटने के लिए मॉस्को की सड़कों पर टैंक उतर आए हैं, जबकि यूक्रेन की सीमा से लगे इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
यूक्रेन की सीमा से लगे रूसी क्षेत्र रोस्तोव के गवर्नर ने उन रिपोर्टों का खंडन किया कि क्षेत्र में कर्फ्यू लगाया गया है, लेकिन नागरिकों को अनावश्यक रूप से अपने घर नहीं छोड़ने की सलाह दी।
रूसी सरकार ने वैगनर ग्रुप पर बमबारी से इनकार करते हुए वैगनर ग्रुप के प्रमुख को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार करने के आदेश जारी किए हैं।
दूसरी तरफ रूस में नए संकट पर व्हाइट हाउस ने भी अपनी नजरें टेढ़ी कर ली हैं और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को स्थिति से अवगत करा दिया गया है।
समाचार एजेंसियों के मुताबिक अमेरिका ने स्थिति पर सहयोगियों और साझेदारों से सलाह-मशविरा करना शुरू कर दिया है।