वर्षों से शोधकर्ता मानव स्वास्थ्य पर नमक के नकारात्मक प्रभावों की जांच कर रहे हैं। इस विषय पर हाल ही में एक और चौंकाने वाली खोज सामने आई है।
अमरीका के न्यू ऑरलियन्स में तुलाने विश्वविद्यालय (Tulane University) में प्रोफेसर रुई टेंग और उनके सहयोगियों द्वारा किए गए शोध में से जानकारी मिली है कि नमक की अधिकता और क्रोनिक किडनी रोग के बीच संबंध है।
क्रोनिक किडनी रोग एक ऐसी स्थिति है जिसमें समय के साथ किडनी धीरे-धीरे काम करना बंद कर देती है। शोध में यूके के 37 से 73 वर्ष की आयु के वयस्कों के डेटा का उपयोग किया गया, जो यूके बायोबैंक नामक एक बड़े शोध प्रोजेक्ट का हिस्सा थे।
A study published today found that people who added salt to their food, even just sometimes, faced a higher risk of getting chronic kidney disease. https://t.co/QFW4WCyJTV pic.twitter.com/928x7lwncG
— WebMD (@WebMD) January 1, 2024
जेएएमए नेटवर्क ओपन जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि जो लोग अपने आहार में अधिक नमक का सेवन करते हैं उनमें क्रोनिक किडनी रोग का खतरा काफी बढ़ जाता है।
गुर्दे रक्त से अपशिष्ट पदार्थों को फ़िल्टर करने और हमारे शरीर के तरल पदार्थ और खनिज संतुलन को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यदि ये ख़राब हो जाएं तो यह शरीर के लिए गंभीर समस्याएं पैदा करता है। जबकि नमक इस समस्या को बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभाता है।