परमाणु वार्ता के आरम्भ से लेकर ही इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर अमेरिका को लेकर बार चेताते रहे हैं कि अमेरिका भरोसे के योग्य नहीं है उस पर भरोसा नहीं किया जा सकता, अब ट्रम्प के इस फैसले ने भी साबित कर दिया कि आयतुल्लाह ख़ामेनई का नज़रिया सबसे अच्छा सबसे गहन और दूरदर्शी है वह सबसे अच्छी सियासी सूझबूझ रखने वाले नेता है तथा दुश्मन को सबसे अच्छे तरीके से जानते और पहचानते हैं ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ईरान की गार्डियन कौंसिल के प्रमुख आयतुल्लाह जन्नती ने ट्रम्प के परमाणु समझौते से निकलने के फैसले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अमेरिका ने एक बार फिर साबित कर दिया कि अमेरिका के लिए अंतर्राष्ट्रीय क़ानून और नियमों का कोई सम्मान नहीं है तथा अमेरिकी राष्ट्रपति अपने राजनैतिक उद्देश्य और व्यक्तिगत स्वार्थों को देखते हुए निर्णय लेता है । आयतुल्लाह जन्नती ने कहा कि यूरोप और अमेरिकी राजनीतिज्ञ भी ट्रम्प की इस हरकत को अमेरिका के एतेबार और भरोसा को मिट्टी में मिलाने वाला बता रहे हैं ।
उन्होंने अपील करते हुए कहा कि देश की जनता के साथ साथ सभी दलों के नेतागण सुप्रीम लीडर के नेतृत्व में एकजुट रहें वह देश और देशवासियों पर आंच नहीं आने देंगे हम एकजुट न रहे तो यह देशहित में अच्छा नहीं होगा ।