अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया परमाणु पनडुब्बी परियोजना पर सहमत हो गए हैं। सौदे के तहत, ऑस्ट्रेलिया को कम से कम तीन अमेरिकी परमाणु-संचालित पनडुब्बियां प्राप्त होंगी।
तीनों देश उन्नत तकनीक का उपयोग करके एक नया बेड़ा बनाने के लिए भी काम करेंगे, जिसमें ब्रिटिश निर्मित रोल्स-रॉयस रिएक्टर भी शामिल है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन का कहना है कि यह सौदा परमाणु-हथियार-मुक्त देश होने की ऑस्ट्रेलिया की प्रतिबद्धता को खतरे में नहीं डालेगा।
यूएस, यूके और ऑस्ट्रेलिया परमाणु पनडुब्बी प्रोजेक्ट पर सहमत, चीन ने जताई आपत्ति https://t.co/i5aEBUeo6s
— BBC News Hindi (@BBCHindi) March 14, 2023
चीन ने समझौते को गलतियों और खतरों से भरा रास्ता बताते हुए कहा है कि तीनों देश अपने भू-राजनीतिक हितों की खातिर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंताओं की पूरी तरह से अनदेखी कर रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया के पास कॉलिन्स क्लास की डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बी है जो 2038 तक सर्विस से बाहर होंगी। 2040 तक न्यूक्लियर पावर वाली पनडुब्बियां आएंगी।
समझौते के तहत, ऑस्ट्रेलियाई नौसेना के नाविकों को ब्रिटेन में परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बियों के उपयोग का प्रशिक्षण प्राप्त होगा।