भरतपुर / राजस्थान : बाबा साहब अंबेडकर की 126वीं जयंती के मौके पर जब पूरा देश उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है तब भाजपा के एक नेता ने बाबा साहब को संविधान निर्माता मानने से इनकार कर दिया। Ambedkar
खासकर तब जब देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बाबा साहब के सपनों को सच करने की बात कर रहे थे और उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे थे तब राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक विधायक बाबा साहब का अपमान कर रहा था।
भरतपुर के भाजपा विधायक विजय बंसल ने शुक्रवार (14 अप्रैल को) कहा कि सिर्फ वोट बैंक की वजह से ही बाबा साहब भीम राव अंबेडकर को संविधान निर्माता कहा जाता रहा है।
असलियत में वो संविधान का निर्माण करने वाली समिति के एक सदस्य मात्र थे। उन्होंने कहा कि डॉ. राजेन्द्र प्रसाद उस समिति के अध्यक्ष थे जो बाद में देश के पहले राष्ट्रपति बने।
हालांकि जब विधायक को इस बात का आभास हुआ कि उन्होंने विवादित और गलत बयान दिया है तो उन्होंने तुरंत कहा कि बाबा साहब बहुत ही विलक्षण प्रतिभा के धनी शख्स थे।
इसमें किसी को शक नहीं होना चाहिए। बंसल भरतपुर से तीसरी बार विधायक चुने गए हैं और वो शहर के कृष्णा नगर कॉलोनी में एक स्कूल के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि लोगों को संबोधित कर रहे थे।
बंसल का यह बयान उस वक्त आया है जब केन्द्र की भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए सरकार बाबा साहब की 126वीं जयंती को धूमधाम से मना रही है और उनके जीवन संघर्ष को आदर्श मानते हुए समाज के दबे-कुचले लोगों के सामने उम्मीद की एक किरण के तौर पर पेश कर रही है।
भाजपा विधायक के बयान के बाद कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक ट्वीट कर उसकी आलोचना की। गहलोत ने अपने ट्वीट में लिखा है कि बंसल का बयान उनकी पार्टी की सोच को उजागर करती है।
गौरतलब है कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर संविधान का मसौदा तैयार करने वाली समिति के अध्यक्ष थे, जबकि राजेन्द्र प्रसाद उस संविधान समिति के अध्यक्ष थे। बाद में बाबा साहब देश के पहले कानून मंत्री बने थे जबकि राजेन्द्र प्रसाद देश के पहले राष्ट्रपति बने थे।