भारतीय वायुसेना के वाइस चीफ यानी उप प्रमुख की ज़िम्मेदारी एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी को सौंपी गई है। उन्होंने शुक्रवार से अपना कार्यभार संभाल लिया है।
एक कुशल फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर और एक्सपेरिमेंटल टेस्ट पायलट, एयर मार्शल तिवारी के पास 3,600 घंटे से ज्यादा का उड़ान अनुभव है। एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी एनडीए और यूएस एयर कमांड एंड स्टाफ कालेज के पूर्व छात्र लड़ाकू पायलट परीक्षण पायलट हैं।
1999 के कारगिल युद्ध के दौरान नर्मदेश्वर तिवारी ने ‘लाइटनिंग’ लेजर डेजिग्नेशन पॉड को ऑपरेशनल करने में अहम भूमिका निभाई थी। लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) की उड़ान परीक्षणों में भी उन्होंने साल 2006 से 2009 और इसके बाद 2018-19 के दौरान सक्रिय योगदान दिया है।
वायुसेना के नए उप प्रमुख के रूप में एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी ने कार्यभार संभाला। उन्होंने एयर मार्शल एसपी धारकर का स्थान लिया है जो 30 अप्रैल को सेवानिवृत्त हो गए।
इसके अलावा नेशनल फ्लाइट टेस्ट सेंटर में प्रोजेक्ट डायरेक्टर (फ्लाइट टेस्ट) रहे नर्मदेश्वर तिवारी का एलसीए को फाइनल ऑपरेशनल क्लीयरेंस दिलाने में बेहद महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
वायुसेना मुख्यालय वायु भवन में डिप्टी चीफ ऑफ द एयर स्टाफ का दायित्व संभालने वाले तिवारी वर्ष 2013 से 2016 तक फ्रांस के पेरिस में भारत के एयर अताची के रूप में नियुक्त रहे। उप प्रमुख बनने से पहले वे दक्षिण पश्चिमी वायु कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ थे।
एयर मार्शल तिवारी की स्कूली शिक्षा देहरादून के राष्ट्रीय भारतीय सैन्य कॉलेज (RIMC) से हुई और फिर खडकवासला स्थित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) से प्रशिक्षण लिया।
वायुसेना के टेस्ट पायलट स्कूल और वेलिंगटन स्थित डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज में उन्होंने डाइरेक्टिंग स्टाफ के रूप में भी सेवा दी है।
अनेक हथियार प्रणालियों के परीक्षण और संचालन का भी लंबा अनुभव रखने वाले नर्मदेश्वर तिवारी ने अमेरिका के एयर कमांड एंड स्टाफ कॉलेज से भी शिक्षा हासिल की है।
जून 1985 में वह एनडीए के राष्ट्रपति स्वर्ण पदक विजेता रहे और 7 जून 1986 को एक फाइटर पायलट के रूप में भारतीय वायुसेना में कमीशन प्राप्त किया।
इस सेवाओं के बदले नर्मदेश्वर तिवारी को कई महत्वपूर्ण सैन्य सम्मान मिले हैं। इनमे 2008 में वायु सेना मेडल (VM), वर्ष 2022 में अति विशिष्ट सेवा मेडल (AVSM) और वर्ष वर्ष 2025 में परम विशिष्ट सेवा मेडल (PVSM) शामिल हैं।