भारतीय जनता का एक बड़ा हिस्सा पहलवानों के आंदोलन को लेकर प्रधानमंत्री के हस्तक्षेप के इन्तिज़ार में है। सी वोटर द्वारा कराए गए एक सर्वे के मुताबिक़ 68 प्रतिशत से अधिक उत्तरदाता इस मामले में प्रधानमंत्री मोदी के व्यक्तिगत हस्तक्षेप की उम्मीद कर रहे हैं।
भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के विरोध पर जनता की राय जानने के लिए सीवोटर द्वारा किए गए एक विशेष सर्वेक्षण के नतीजों से पीएम मोदी की चुप्पी पर सवाल उठने लगे हैं।
सर्वे के अनुसार तक़रीबन 68 प्रतिशत से अधिक उत्तरदाता चाहते हैं कि प्रधमंत्री इस मामले में अपनी बात कहें, जबकि 19 प्रतिशत लोगों का मानना है कि उन्हें हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।
#BJP सांसद #BrijBhushanSharanSingh के खिलाफ #WrestlersProtest पर एक विशेष सर्वे से पता चला है कि देश का बड़ा हिस्सा चाहता है कि #PMModi इस मामले में अपनी चुप्पी तोड़ें और हस्तक्षेप करें। मामले में पीएम मोदी की चुप्पी पर अब सवाल उठने लगे हैं। https://t.co/WQTx7PlFme
— Navjivan (@navjivanindia) June 5, 2023
विपक्षी पार्टियों की बात करें तो चार में से तीन समर्थक मानते हैं कि प्रधानमंत्री को दखल देना चाहिए जबकि ऐसा मानने वाले एनडीए समर्थकों की गिनती तक़रीबन 58 फीसद है।
सर्वेक्षण में यह सवाल भी पूछा गया कि पहलवानों और बृजभूषण शरण सिंह के विवाद से बीजेपी को चुनावी नुकसान होगा? इसके जवाब में करीब दो तिहाई लोगों का मानना है कि बीजेपी को चुनावी रूप से काफी हद तक या कुछ हद तक नुकसान होगा। इसी सवाल के जवाब में करीब 22.5 फीसदी
लोगों का मानना है कि भाजपा इससे को नुकसान नहीं होगा। इस प्रश्न पर एनडीए के समर्थकों में भी करीब 54 प्रतिशत लोगों का विचार है कि इस मुद्दे पर भाजपा को चुनावी दृष्टि से नुकसान होगा।