न्यूयॉर्क में होने वाला एक अध्ययन खुलासा करता है कि नई यादें संजोने के लिए ज़रूरी है कि रात की अच्छी नींद ली जाए।
हर कोई जानता है कि रात की अच्छी नींद ऊर्जा बहाल करती है, मगर कॉर्नेल विश्वविद्यालय के एक नए अध्ययन से पता चलता है कि यह एक अन्य महत्वपूर्ण कार्य को स्मृति को पुनर्स्थापित करती है।
शोधकर्ताओं ने जर्नल साइंस में यह जानकारी दी कि मस्तिष्क कोशिकाएं, न्यूरॉन्स जो दिन के दौरान नई यादें संग्रहीत करने में मदद करते हैं, जब व्यक्ति को रात में अच्छी नींद आती है, तो ये कोशिकाएं फिर से खुद को पुनर्गठित कर लेती हैं।
न्यूयॉर्क में कॉर्नेल विश्वविद्यालय में न्यूरोबायोलॉजी और व्यवहार की सहायक प्रोफेसर ज़हरा ओलिवा ने कहा कि यह प्रक्रिया मस्तिष्क को अगले दिन नई यादें और अनुभव सीखने के लिए न्यूरॉन्स को फिर से जोड़ने की अनुमति देती है।
आगे वह कहती हैं कि यह प्रक्रिया मस्तिष्क के एक क्षेत्र हिप्पोकैम्पस के चारों ओर घूमती है। यह मस्तिष्क का एक क्षेत्र है जो मनुष्यों में यादें संग्रहीत करने की क्षमता के लिए महत्वपूर्ण है।
कुछ सीखना या किसी नए अनुभव में शामिल होना हिप्पोकैम्पस में न्यूरॉन्स को सक्रिय करता है और घटनाओं को यादों के रूप में संग्रहीत करता है।
शोध का परिणाम यह समझाने में मदद करता है कि सभी को नींद की आवश्यकता क्यों होती है, न केवल यादों को ठीक करने के लिए, बल्कि मस्तिष्क को रीसेट करने और जागने के घंटों के दौरान इसे काम करने के लिए भी।