संसद का मानसून सत्र इस महीने की 20 तारीख से प्रारम्भ हो रहा है। सत्र को सुचारु तरीके से चलाने के लिए केंद्र सरकार 19 जुलाई को एक सर्वदलीय बैठक बुला रही है। दूसरी ओर विपक्षी सदस्यों ने मणिपुर पर चर्चा की मांग खारिज हो जाने के बाद संसद पैनल की बैठक से वॉकआउट कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गृह मामलों की संसदीय स्थायी समिति के विपक्षी सदस्यों ने मणिपुर की स्थिति पर चर्चा करने की उनकी मांग की थी। इस मांग को पैनल प्रमुख द्वारा अस्वीकार किए जाने के बाद विपक्ष ने गुरुवार को बैठक से वॉकआउट करने का फैसला लिया।
दिल्ली: संसद के मॉनसून सत्र को लेकर केंद्र सरकार द्वारा 19 जुलाई को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है। pic.twitter.com/BGObQKVnBk
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 6, 2023
संसद का सत्र ठीक से चले, केंद्र सरकार ने इसके लिए 19 जुलाई को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इस बैठक के लिए सत्ता पक्ष सहित तमाम विपक्षी दलों को निमंत्रण भेजा गया है। इस बैठक में संसद सत्र को लेकर आम सहमति बनाने का प्रयास किया जायेगा। ये भी खबर है कि राज्यों में जेल सुधारों पर चर्चा के लिए एक बैठक आयोजित की गई थी।
इस बीच टीएमसी के डेरेक ओ ब्रायन सहित कांग्रेस के दिग्विजय सिंह और प्रदीप भट्टाचार्य ने पैनल के अध्यक्ष बृजलाल को एक पत्र सौंपा है। इसमें कहा गया है कि समिति के सदस्य के रूप में मणिपुर की स्थिति को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इससे पहले भी दिग्विजय सिंह और ओ ब्रायन बृजलाल को पत्र लिखकर मणिपुर की स्थिति पर चर्चा के लिए एक बैठक बुलाने की बात कह चुके हैं।
संसद की गृह मामले की स्टैंडिंग कमिटी की बैठक से मणिपुर के मुद्दे पर विपक्ष का वॉकआउट।
कांग्रेस के .@digvijaya_28, प्रदीप भट्टाचार्य, TMC के .@derekobrienmp ने किया वॉक आउट।
विपक्ष मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रहा था।
इस पर दिग्विजय सिंह ने 21 जून को चिट्ठी लिखी थी। pic.twitter.com/AXmiTiOHoF
— Kumar Vikrant Singh (@KumarVikrantS) July 6, 2023
बताते चलें कि मणिपुर में 3 मई से जारी अजातीय हिंसा में अबतक लगभग 120 लोग मारे गए हैं और 3,000 से अधिक घायल हुए हैं। इसके अलावा यहाँ से बड़ी संख्या में लोग विस्थापित भी हो रहे हैं।