डिजिटल युग जहाँ हमें तमाम सुविधाएं देता है वहीँ इस सुविधा की निगरानी करना भी उतना ही महत्वपूर्ण हो जाता है। अकसर लोगों को पता ही नहीं चलता और वह इस डिजिटल धोखाधड़ी के शिकार हो जाते हैं।
अपने आधार पर नज़र रखने के लिए आप इसकी वेबसाइट पर चेक कर सकते हैं। यह आपको जानकारी देगा कि आपके आधार नंबर का कहां और कब इस्तेमाल हुआ है।
यदि आपको लगता है कि आपके आधार के माध्यम से किसी तरह का फ्रॉड किया गया है तो इसके लिए भी यूज़र के पास शिकायत दर्ज कराने की सुविधा है।
यही नहीं मृत व्यक्ति के आधार का भी दुरुपयोग करना आम बात है और इससे बचने के लिए उसे लॉक किया जा सकता है। आधार से संबंधित ये सभी सुविधाएं ऑनलाइन होने के साथ निशुल्क भी हैं।
अगर किसी यूज़र को लगता है कि उसके आधार नंबर का कहीं गलत तरीके से इस्तेमाल हो रहा है, तो वह इसे UIDAI यानी भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण की ऑफिशियल वेबसाइट पर चेक कर सकता है।
यूआईडीएआई की वेबसाइट uidai.gov.in पर Aadhaar Authentication History फीचर का उपयोग यूज़र को पिछले छह महीने में आधार नंबर के उपयोग की पूरी जानकारी देता है। इसके ज़रिए यह पता करना संभव है कि संबंधित नंबर का आधार कब, कहां और किस काम के लिए इस्तेमाल हुआ है।
बेहद कम समय में यह पड़ताल करने वाली प्रक्रिया पूरी तरह से निशुल्क है। इसके लिए-
uidai.gov.in के लिंक पर जाकर वेबसाइट के पते पर पहुंचे। इसमें Aadhaar Services के नीचे Aadhaar Authentication History का विकल्प चुने और इसे क्लिक करें।
यहाँ नज़र आने वाले आधार नंबर और सिक्योरिटी कोड को डालकर Send OTP पर क्लिक करें।
आधार से लिंक रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आने वाले कोड से वैरिफिकेशन के लिए दिया गया ओटीपी प्रयोग करें और Submit पर क्लिक करें।
इसके बाद ऑथेंटिकेशन टाइप और डेट रेंज तथा OTP सहित वह सभी जानकारियां भरनी होगी जो यहाँ मांगी गई हैं।
Verify OTP पर क्लिक करते ही जो सूची सामने आएगी उसमे पिछले 6 महीनों के आधार का इस्तेमाल अंकित होगा। इसमें समय भी दर्ज होगा।
इस सूची में यदि आप किसी जानकारी को लेकर संशय में हैं और ऐसा लगता है कि इस नंबर के आधार का गलत प्रयोग हुआ है तो इसकी शिकायत दर्ज की जा सकती है।
शिकायत दर्ज करने के लिए आप टोल फ्री नंबर 1947 पर कॉल या अथवा help@uidai.gov.in पर ईमेल करके शिकायत दर्ज कर सकते हैं। इसके अलावा uidai.gov.in/file-complaint लिंक पर ऑनलाइन शिकायत भी कर सकते हैं।
किसी आधार धारक की मृत्यु के बाद उसके आधार कार्ड को रद्द करने की कोई व्यवस्था नहीं है। ऐसे में मृतक के आधार कार्ड को संभालकर रखने और उसका गलत उपयोग न हो, ये देखने की जिम्मेदारी मृतक के परिवार की होती है।
मृतक यदि किसी लाभकारी योजना से जुड़ा हुआ है तो इसकी जानकारी भी संबंधित विभाग में देनी होगी। इससे मृत व्यक्ति के आधार नंबर के दुरुपयोग को रोकने में मदद मिलेगी।