जब दुनिया के सबसे शक्तिशाली कीट की बात आती है, तो कोई भी इस खूबी के मामले में डंग बीटल (Dung Beetle) की बराबरी नहीं कर सकता। विशेष रूप से ओन्थोफैगस टॉरस प्रजाति के डंग बीटल से मुकाबला करने वाले किसी किट की अभी तक पहचान नहीं की जा सकी है।
हाल ही में वैज्ञानिकों ने बताया कि एक बेहद आम सा दिखने वालाकीड़ा ‘डंग बीटल’ दुनिया के सबसे ताकतवर कीड़ों में अपनी पहचान रखता है। इस कीड़े के बारे में वैज्ञानिकों ने पुष्टि की है कि साधारण दिखने वाले कीड़े की ओन्थोफैगस टॉरस (Onthophagus taurus) प्रजाति सबसे स्ट्रॉन्ग है।
यह कीड़ा आमतौर पर गोबर का भारी भार उठाकर एक गेंद बनाता है, फिर उसे लपेटकर जमीन में दबा देता है।
यह छोटा सा कीट अपनी शारीरिक शक्ति के मामले में अविश्वसनीय रूप से मजबूत है। यह अपने शरीर के वजन से 1,141 गुना अधिक भार खींच सकता है।
अगर हम इंसानों की बात करें तो समझ लीजिए कि यह बिल्कुल वैसा ही है जैसे एक साधारण इंसान एक साथ कई हाथियों को खींच रहा हो।
इन कीड़ों द्वारा गोबर के साथ जारी सरगर्मियों में न सिर्फ मिटटी की उपजाऊ शक्ति बढ़ती है बल्कि हानिकारक कीड़ों की संख्या घटने के साथ बीजों का प्रसार भी होता है।
यह कीट आमतौर पर गोबर का भारी भार उठाकर एक गेंद बनाता है, फिर उसे घसीटकर जमीन में दबा देता है और उस पर अंडे देता है। जिससे उनके बच्चों को खाना मिल सके। इस काम के दौरान यह कीड़ा अपनी शक्ति का जबरदस्त प्रदर्शन करता है।
आर्कटिक और अंटार्कटिक ध्रुवीय क्षेत्रों को छोड़कर डंग बीटल दुनिया के लगभग हर हिस्से में पाया जाता है। यह कीट मुख्यतः अफ्रीका, एशिया, दक्षिण अमरीका, ऑस्ट्रेलिया और यूरोप में पाया जाता है। अफ्रीका में इसे बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि यह वहां के पारिस्थितिकी तंत्र के लिए बहुत उपयोगी है।