प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की, इस मुलाक़ात में दोनों नेताओं ने विभिन्न वैश्विक और द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की।
बैठक के दौरान ट्रंप ने कहा कि अमरीका भारत को तेल और गैस उपलब्ध कराएगा क्योंकि अमरीका के पास ये संसाधन प्रचुर मात्रा में हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को वॉइट हाउस में अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की है। ये मुलाकात ऐसे समय में हुई है, जब ट्रंप ने अमरीकी व्यापारिक साझेदार देशों के खिलाफ प्रतिक्रियात्मक आयात शुल्क लगाने की बात कही है।
प्रतिक्रियात्मक आयात शुल्क के मुद्दे पर वैश्विक स्तर पर ट्रेड वार के आसार बने हुए हैं। ऐसे में वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में व्यवधान और घरेलू स्तर पर मुद्रास्फीति में वृद्धि की बढ़ती चिताओं के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की वाशिंगटन में हुई उनकी द्विपक्षीय बैठक के नतीजे आगे कितने कारगर साबित होंगे इसे, लेकर अभी कई आशंकाएं भी बनी हुई हैं।
बैठक के बाद अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्हें भारतीय प्रधानमंत्री से मिलकर खुशी हुई और पिछले राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान मोदी के साथ संबंध बहुत मजबूत रहे हैं।
दूसरी ओर, भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्रंप को राष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई दी और कहा कि भारत अमरीका के साथ अपने रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर मोदी ने कहा कि उन्हें ट्रंप के साथ दोबारा काम करने का अवसर मिलने पर खुशी है। बताते चलें कि ट्रंप से मुलाकात के पहले प्रधानमंत्री मोदी ने अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल वाल्ट्ज और अमरीकी उद्योगपति एलन मस्क के साथ भी बैठक की।
ट्रंप ने यह भी कहा कि अमरीका और भारत तेल और गैस की आपूर्ति पर एक समझौते पर पहुंचे हैं जिससे भारत अमरीका से बड़े पैमाने पर ये चीजें खरीदेगा। उन्होंने भारत और अमरीका के एकसाथ मिलकर इतिहास का एक ऐसा व्यापारिक मार्ग बनाने की बात कही जो भारत से इजराइल और इटली होते हुए अमरीका तक आएगा।
इस मार्ग के रास्ते में बंदरगाह, रेलवे और समुद्र के नीचे केबल नेटवर्क शामिल होंगे। मोदी ने घोषणा की कि भारत जल्द ही लॉस एंजिल्स और बोस्टन में नए वाणिज्य दूतावास खोलेगा।
ट्रंप ने भारतीय प्रधानमंत्री के काम की प्रशंसा करते हुए कहा कि मोदी भारत में बेहतरीन काम कर रहे हैं और एक महान नेता हैं। मोदी ने इस अवसर पर ट्रंप से एक महत्वपूर्ण बात सीखने की बात स्वीकार की और कहा कि वह हमेशा राष्ट्रीय हित को सर्वोपरि रखते हैं।