अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 18 फरवरी से तेल और गैस पर टैरिफ लगाने की घोषणा की। राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत को भी उन देशों की सूची में रखा है जिनमे हाई टैरिफ के कारण उनके देश को नुकसान हो रहा है।
ट्रंप की यह टिप्पणी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ फोन पर होने वाली बातचीत के बाद आई है। व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा है कि ट्रंप ने भारत से अमरीका में बने सिक्योरिटी इक्विपमेंट की खरीद बढ़ाने और निष्पक्ष द्विपक्षीय व्यापार संबंध की ओर बढ़ने का आह्वान किया। व्हाइट हाउस का कहना है कि दोनों नेताओं ने पीएम मोदी के अमरीका आने की योजनाओं पर भी चर्चा की। इस दौरान दोनों देशों की दोस्ती और रणनीतिक संबंधों की मजबूती को रेखांकित किया गया।
अमरीकी राष्ट्रपति ने वाशिंगटन में पत्रकारों से बात करते हुए कहा- ”टैरिफ स्टील, एल्युमीनियम और तांबे पर भी लागू होंगे और टैरिफ यूरोपीय संघ पर भी लागू होंगे। टैरिफ लागू होने से अल्पकालिक व्यवधान हो सकते हैं, और कार्यान्वयन टैरिफ़ का बाज़ार पर असर पड़ेगा। प्रतिक्रिया को लेकर चिंतित नहीं हूँ, रूसी राष्ट्रपति से बात करूँगा, कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए जाने की उम्मीद है।”
ट्रंप ने अब भारत सहित ब्राजील को भी इस लिस्ट में शामिल कर लिया है। ट्रंप पहले ही ब्रिक्स देशों पर 100% टैरिफ लगाने की बात कर चुके हैं। इन देशों में भारत भी शामिल है।
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि रूस के साथ गंभीर बातचीत चल रही है, बाइडन प्रशासन ने सरकारी एजेंसियों को भ्रष्ट कर दिया, बाइडन काल में संघीय कर्मचारी घर बैठे वेतन प्राप्त कर रहे थे और एक ट्रिलियन डॉलर के अनावश्यक खर्चों में कटौती की जा रही है।
अमरीकी राष्ट्रपति ने स्पष्ट रुख अपनाते हुए कहा कि कनाडा का व्यवहार अच्छा नहीं रहा है तथा कनाडा, मैक्सिको और चीन टैरिफ के कार्यान्वयन के संबंध में कुछ नहीं कर सकते।
उल्लेखनीय है कि व्हाइट हाउस ने पहले कहा था कि पहली फरवरी से मैक्सिको और कनाडा से संयुक्त राज्य अमरीका को निर्यात किए जाने वाले सामानों पर 25% टैरिफ लगाया जाएगा। इस बीच, चीन से संयुक्त राज्य अमरीका भेजे जाने वाले माल पर 10% शुल्क लगाया जाएगा।
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव ने एक ब्रीफिंग में कहा कि अमरीकी राष्ट्रपति ने यूरोपीय संघ के खिलाफ टैरिफ लगाने पर अभी तक अंतिम निर्णय नहीं लिया है। टैरिफ लगाए जाने से तेल की कीमतों में और वृद्धि होने की संभावना है।
इसके अलावा प्रेस सचिव ने बताया कि इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू मंगलवार को अमरीका का दौरा करेंगे। इजरायल के प्रधानमंत्री अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप से भी मुलाकात करेंगे।
इससे पहले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो कह चुके हैं कि अगर अमरीका टैरिफ लगाता है तो कनाडा तुरंत और जोरदार तरीके से जवाब देगा। हम ऐसा नहीं करना चाहते, लेकिन हम इस तरह के कदम का तुरंत जवाब देंगे।
बताते चलें कि टैरिफ एक कर या शुल्क है जो सरकार किसी देश में आयातित या निर्यातित वस्तुओं पर लगाती है। इसका मुख्य उद्देश्य देश की अर्थव्यवस्था और स्थानीय उद्योगों की रक्षा करना, व्यापार घाटे को कम करना और सरकार के लिए राजस्व उत्पन्न करना है।