अमरीकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन का कहना है कि इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम संभव है और इस सप्ताह के अंत तक दोनों के मध्य समझौता हो सकता है। अमरीकी मीडिया को दिए एक साक्षात्कार में सुलिवन ने कहा कि यह संभव है कि यह समझौता राष्ट्रपति जो बाइडेन के पद छोड़ने से पहले हो सकता है।
सीएनएन के हवाले से एक खबर में कहा गया है कि गाजा की स्थिति के संबंध में दोहा में चल रहे संघर्ष विराम-बंधक समझौते के पहले चरण में हमास द्वारा 33 बंधकों को रिहा किए जाने की उम्मीद है। सीएनएन के मुताबिक़, इजराइल का अनुमान है कि 33 बंधकों में से अधिकांश जीवित हैं, हालांकि प्रारंभिक रिहाई में कुछ मृत बंधकों को भी शामिल किया जा सकता है।
जैक सुलिवन ने कहा- “हमास पर युद्धविराम के लिए दबाव बढ़ रहा है। अब स्थिति ऐसी है कि यदि इन हालात में दोनों पक्ष अवसर का लाभ उठाएं तो यह मुमकिन हो सकता है।”
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों पक्ष समझौते को अंतिम रूप देने के करीब हैं। हमास और उसके सहयोगियों ने अभी भी 94 बंधकों को बंधक बनाया हुआ है। यह भी कहा जा रहा है कि इनमे से 34 की मौत हो चुकी है।
सुलिवन ने कहा कि मध्य पूर्व के लिए राष्ट्रपति बाइडेन के नामित विशेष प्रतिनिधि ब्रेट मैकगर्क पिछले सप्ताह से इस क्षेत्र में हैं और समझौते के विवरण पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कतर के प्रधानमंत्री और इजरायली अधिकारियों के साथ बातचीत की, जिसके बाद युद्धविराम से संबंधित मामले सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
सीएनएन के अनुसार, नवीनतम प्रस्तावों में पहले चरण के दौरान मिस्र-गाजा सीमा पर फिलाडेल्फिया कॉरिडोर पर इजराइली सेना की उपस्थिति बनाए रखना शामिल है। गाजा के अंदर एक बफर जोन के आकार पर बातचीत भी विवाद का विषय रही है। हमास का कहना है कि उसे सीमा से 300-500 मीटर का क्षेत्र चाहिए जबकि इजरायल 2,000 मीटर का क्षेत्र चाहता है।
राष्ट्रपति बाइडेन के प्रशासन ने इस मुद्दे पर नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टीम के साथ घनिष्ठ सहयोग की पेशकश की है। सुलिवन ने संकेत दिया कि पदभार ग्रहण करने से पहले समझौते पर पहुंचने के लिए ट्रंप का दबाव वार्ता पर नकारात्मक प्रभाव नहीं डालेगा।
उन्होंने कहा- “राष्ट्रपति बाइडेन के कार्यकाल के अंत में बनाए गए दबाव ने सकारात्मक परिणाम के लिए अनुकूल परिस्थितियां पैदा की हैं और हम दोनों पक्षों की सहमति चाहते हैं।”
जैक सुलिवन ने यह भी स्पष्ट किया कि वह इस बात का कोई वादा करने के लिए तैयार नहीं हैं कि सौदा निश्चित रूप से हो जाएगा। उन्होंने कहा- “हम पहले भी ऐसी परिस्थितियों से गुजर चुके हैं, जहां हम समझौते के करीब पहुंच गए थे, लेकिन अंतिम परिणाम पर नहीं पहुंच सके।”
गौरतलब है कि इजरायल और हमास के बीच लड़ाई 7 अक्टूबर, 2023 को हमास के हमले के बाद शुरू हुई थी और अब तक दोनों पक्षों के बीच युद्ध विराम के कई प्रयास विफल हो चुके हैं। इजराइल के हमलों के बाद गाजा में हमास के खिलाफ सैन्य अभियान में लगभग 1,200 मौतें हुईं और 250 लोगों को बंधक बनाया गया।
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, हमले के बाद से इजराइली सेना ने कथित तौर पर गाजा में कम से कम 46,565 फिलिस्तीनियों को मार डाला है, जबकि 100,000 से अधिक अन्य घायल हुए हैं।