पेशावर के कपूर हाउस में राज कपूर का 100वां जन्मदिन मनाया गया। पकिस्तान के शहर पेशावर में इसका आयोजन सांस्कृतिक विरासत परिषद की ओर से किया गया।
ग्रेट शोमैन को याद करते हुए परिषद के सचिव ने कहा कि राज कपूर का जन्मदिन मनाने का उद्देश्य पाकिस्तान और भारत के लोगों के बीच की दूरी को पाटना है। आगे उन्होंने कहा कि हमारा संगठन हमेशा अपने इतिहास और विरासत को संरक्षित करने और लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए कुछ न कुछ गतिविधि करने का प्रयास करता रहा है।
राज कपूर की जन्मस्थली पेशावर में सांस्कृतिक विरासत परिषद ने कपूर हाउस में राज कपूर का 100वां जन्मदिन मनाया। इस मौके पर कल्चरल हेरिटेज काउंसिल के सचिव शकील वहीदुल्लाह ने राज कपूर के जन्मदिन के मौके पर केक काटा।
बताते चलें कि राज कपूर का जन्म 14 दिसंबर 1924 को पेशावर के ढाकी मुनव्वर शाह इलाके में हुआ था। राज कपूर के पिता पृथ्वीराज कपूर जो एक मशहूर अभिनेता थे, 1932 में पेशावर से बॉम्बे (उस समय का मुंबई) आ गए थे।
राज कपूर लगभग 10 साल के थे जब उन्हें अपनी पहली फिल्म ‘इंकलाब’ में अभिनय करने का मौका मिला। 1947 में राज कपूर ने नील कमल, जेल यात्रा और दिल्ली की रानी सहित कई फिल्मों में अभिनय किया।
अभिनय के क्षेत्र में प्रवेश करने के बाद राज कपूर ने फिल्म निर्माण और निर्देशन के क्षेत्र में भी अपना हाथ आज़माया। उन्होंने 1948 में फिल्म ‘आग’ बनाई, जिसका निर्माण और निर्देशन उन्होंने खुद किया और इस फिल्म में उन्होंने अभिनय का सार भी दिखाया
1949 राज कपूर के जीवन का भाग्यशाली वर्ष साबित हुआ, इस वर्ष राज कपूर की फिल्म “बरसात” प्रदर्शित हुई। इस फिल्म के निर्माता और निर्देशक राज कपूर थे और इसमें भी उन्होंने अपने बेजोड़ अभिनय से दर्शकों का दिल मोह लिया। फिल्म में नरगिस ने राज कपूर के साथ मुख्य भूमिका निभाई थी।
1990 में जब राज कपूर के बेटे ऋषि कपूर और रणधीर कपूर फिल्म ‘हिना’ बना रहे थे तो दोनों भाई पेशावर आए और अपनी हवेली भी गए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऋषि कपूर पाकिस्तान से लौटते वक्त अपने साथ घर की मिट्टी भी ले गए थे।