ट्राई यानी भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण द्वारा जारी मासिक आंकड़ों से पता चलता है कि निजी दूरसंचार कंपनियों ने बड़े पैमाने पर अपने नेटवर्क में फेर बदल की है।
ट्राई के ग्राहक आंकड़ों के मुताबिक़, ओडिशा को छोड़कर अन्य सभी सर्विस क्षेत्रों में सितंबर महीने में वायरलेस ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई है। वहीँ रिपोर्ट खुलासा करती है कि सितंबर में मासिक आधार पर बीएसएनएल के वायरलेस ग्राहकों की संख्या में 8.49 लाख का इज़ाफ़ा हुआ है।
ट्राई का कहना है कि अगस्त 2024 में 1,219 संचालकों की तुलना में सितंबर, 2024 में 1,167 संचालकों से मिलने वाली जानकारी से पता चलता है कि कुल ब्रॉडबैंड ग्राहकों की संख्या अगस्त 2024 के अंत में 94.92 करोड़ से घटकर सितंबर, 2024 के अंत में 94.44 करोड़ आ गई। इससे 0.51 प्रतिशत की मासिक गिरावट दर देखने को मिली।
निजी दूरसंचार कंपनियों को इस सितंबर में उपभोक्तओं की ओर से बड़ा झटका लगा है। सितंबर में रिलायंस जियो सहित भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया लिमिटेड ने एक करोड़ से ज़्यादा मोबाइल उपभोक्ता खो दिए हैं।
वहीँ सरकारी स्वामित्व वाली बीएसएनएल ने इस बीच करीब 8.5 लाख मोबाइल उपयोगकर्ता जोड़ने में कामयाबी हासिल की है।
जानकारी के मुताबिक़, पिछले महीने की तुलना में सितंबर में रिलायंस जियो के 79.69 लाख मोबाइल ग्राहक ने अपने नेटवर्क को अलविदा कह दिया है। वोडाफोन आइडिया ने अपने 15.53 लाख ग्राहक जबकि भारती एयरटेल के करीब 14.34 लाख ग्राहक भी इन सुविधाओं को सितंबर में छोड़ने वालों में शामिल हो गए हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक़, इस सितंबर में रिलायंस जियो के वायरलेस ग्राहकों की संख्या 46.37 करोड़ थी जबकि भारती एयरटेल के ग्राहकों की संख्या 38.34 करोड़ और वोडाफोन आइडिया के वायरलेस ग्राहकों की संख्या 21.24 करोड़ दर्ज की गई। वहीँ इस समय में बीएसएनएल के उपभोक्ता 9.18 करोड़ की संख्या में थे।
गौरतलब है कि जुलाई में इन तीनों निजी कंपनियों ने मोबाइल दरों में 10-27 प्रतिशत की वृद्धि की थी वहीँ बीएसएनएल ने अपनी दरों में किसी तरह का इज़ाफ़ा नहीं किया। इतना ही नहीं इसके चेयरमैन और प्रबंध निदेशक रॉबर्ट रवि ने निकट भविष्य में भी दरों में किसी तरह की बढ़ोत्तरी से इनकार किया है।
बीएसएनएल इस समय अपने ग्राहकों को लुभाने के साथ बाजार में अपनी पहले जैसी हिस्सेदारी वापस पाने का प्रयास कर रही है। इसी के तहत हाल ही में कंपनी ने ‘स्पैम ब्लॉकर्स’ से लेकर स्वचालित सिम ‘कियोस्क’ और ‘डायरेक्ट-टू-डिवाइस’ सेवाओं वाली नई पेशकश शुरू की हैं।
सितंबर, 2024 के अंत के आंकड़ों पर नज़र डालें तो भारत के कुल वायरलेस ग्राहकों की संख्या से मासिक गिरावट दर 0.87 प्रतिशत दर्ज की गई। यह घटकर 115.37 करोड़ रह गई। इसमें शहरी और ग्रामीण वायरलेस ग्राहकों की मासिक गिरावट दर में क्रमशः 0.80 प्रतिशत और 0.95 प्रतिशत की कमी देखी गई।
वहीँ सितंबर, 2024 के अंत में जियो 47.7 करोड़ ग्राहकों की संख्या के साथ ब्रॉडबैंड ग्राहकों की सूची में सबसे ऊपर था, जिसमे वायर्ड और वायरलेस दोनों ही उपभोक्ता शामिल थे।
सूची में अगला स्थान 28.5 करोड़ उपभोक्तओं के साथ भारती एयरटेल का था। वोडाफोन इंडिया 12.6 करोड़ के साथ अगले स्थान पर रही। वहीँ बीएसएनएल 3.7 करोड़ ग्राहकों की संख्या के साथ सूची में चौथे स्थान पर थी।