प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों की आज ममता सरकार के साथ बैठक होने जा रही है। जूनियर डॉक्टर सरकार के सामने अपनी दस सूत्री मांगें रखने जा रहे हैं। इन डाक्टरों ने मांगे न पूरी होने पर आंदोलन तेज किए जाने की बात कही है।
अपनी मांगों को लेकर जूनियर डॉक्टरों ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि राज्य के स्वास्थ्य सचिव एनएस निगम को हटाने सहित उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो उनका आंदोलन और तेज होगा।
आरजी कर कॉलेज में जूनियर डॉक्टर के साथ हुए उत्पीड़न और हत्या मामले में नाराज़ डॉक्टरों का आमरण अनशन अभी भी जारी है। डाक्टरों का रवैया ममता सरकार के की चिंता बढ़ा रहा है।
ममता सरकार से अपनी दस सूत्री मांगें मनवाने लिए जूनियर डॉक्टरों ने रविवार शाम को एक रैली निकाली। आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि वे अपनी मांगों को लेकर सोमवार को पश्चिम बंगाल सरकार की बुलाई गई बैठक में भाग लेंगे।
गौरतलब है कि रविवार शाम को आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों के साथ नागरिक समाज संगठनों के सदस्यों ने भी एक विशाल रैली निकाली। रैली में शामिल लोगों की मांग है कि आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में अपने सहकर्मी की बलात्कार-हत्या के मामले में पश्चिम बंगाल सरकार उनकी दस सूत्री मांगों को पूरा करे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, जूनियर डॉक्टरों के विरोध स्थल से करीब दो किमी दूर ललित कला अकादमी के पास नुक्कड़ नाटक, गीत और कविता पाठ के माध्यम से एक और विरोध सभा की गई।
आमरण अनशन स्थल पर रैली को संबोधित करते हुए इन चिकित्सकों का कहना है कि बैठक के परिणाम यह तय करेंगे कि यह अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल वापस ली जाएगी या नहीं। इन लोगों ने राज्य के स्वास्थ्य सचिव एनएस निगम को बर्खास्त किए जाने की मांग भी की है। साथ ही आंदोलनकारियों ने यह चेतावनी भी दी है कि स्वास्थ्य सचिव को न हटाए जाने पर उनका आंदोलन और तेज होगा।