ग्रैप लागू होने के बाद भी दिल्ली सहित एनसीआर का बढ़ता प्रदूषण सभी की चिंता बढ़ा रहा है। खतरे के निशान से ऊपर जाता एक्यूआई भी खराब स्थिति के और ज़्यादा बिगड़ने के संकेत दे रहा है। मुख्यमंत्री आतिशी ने हालात से निपटने के लिए उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है।
इन समस्याओं का सामना करने के लिए दिल्ली सरकार ने आज एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। साथ ही दिल्ली, एनसीआर में ग्रैप का पहला चरण लागू कर दिया गया है ये आज सुबह 8 बजे से प्रभावी हो चुका है।
प्रदुषण की समस्या से निपटने की तैयारियों के तहत दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय विंटर एक्शन प्लान पहले ही जारी कर चुके हैं।
पर्यावरण मंत्रालय अपने प्रयासों के तहत हर जगह जाकर यह सुनिश्चित कर रहा है कि डस्ट और पॉल्यूशन से पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे।
बढ़ते प्रदूषण को काबू में रखने के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा राष्ट्रीय राजधानी सहित पूरे एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस सिस्टम यानी ग्रैप के पहले चरण को लागू कर दिया गया है।
हालात को देखते हुए दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने यह उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। आज की इस बैठक में गोपाल राय सहित सभी विभाग के अधिकारी और मंत्री शामिल रहेंगे।
बढ़ते हुए प्रदूषण पर नियंत्रण रखने के लिए दिल्ली सरकार ने पहली जनवरी तक पटाखे जलाने, रखने और बनाने पर रोक लगा दी है।
जानकारी के मुताबिक़ दिल्ली सहित नोएडा, नोएडा ग्रेटर और गाजियाबाद के कई इलाक़ों में एक्यूआई 300 का आंकड़ा पार कर चुका है। मौसम विभाग से मिले आंकड़ों से पता चलता है कि दिल्ली के आनंद विहार में एक्यूआई 416 पहुँच चुका है। यह प्रदूषण की सबसे खतरनाक श्रेणी पार कर गया है।
बताते चलें कि बढ़ते प्रदूषण को काबू में रखने के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा राष्ट्रीय राजधानी सहित पूरे एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस सिस्टम यानी ग्रैप के पहले चरण को लागू कर दिया गया है।
इसके तहत होटल रेस्टोरेंट में कोयला या जलने वाली लकड़ी के उपयोग पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है। आतिशबाजी पर भी प्रतिबंध है। खुले में कचरा जलाने या फेंकने पर भी पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है।