स्टैनफोर्ड में हाल ही में कुछ विशेषज्ञ मांग कर रहे हैं कि गैर-अल्कोहल उत्पाद खरीदने पर भी प्रतिबंध के लिए कानून बनाया जाए।
शराब के सेवन का अध्ययन करने वाले कुछ शोधकर्ताओं इन लोगों की मांग है कि बच्चों और किशोरों को कम-अल्कोहल और यहां तक कि गैर-अल्कोहल उत्पाद खरीदने पर प्रतिबंध लगाने के लिए कानून बनाया जाए।
स्टैनफ़ोर्ड प्रिवेंशन रिसर्च सेंटर में प्रशिक्षक डॉ. मौली बोड्रिंग का कहना है- “यह उन लोगों के लिए घुलने-मिलने का एक तरीका है जो सामाजिक सेटिंग में इनका उपयोग कर रहे हैं।”
विशेषज्ञों का कहना है कि कम अल्कोहल वाली और अल्कोहल रहित बियर और मॉकटेल नाबालिगों को नहीं बेची जानी चाहिए, और वे ऐसे कानून बनाने की मांग कर रहे हैं जो बच्चों और किशोरों को कम उम्र में बिक्री पर रोक लगाएँ।
हालाँकि विशेषज्ञ मानते हैं कि ये पेय आपको नशे में नहीं डालेंगे, लेकिन कम अल्कोहल वाली और अल्कोहल-मुक्त बियर और मॉकटेल नाबालिगों को नहीं बेची जानी चाहिए। इसके पीछे जानकार एक ऐसे माहौल को बढ़ावा देना मानते है जी किसी भी स्वस्थ संस्कृति वाली सामाजिक संरचना को नुकसान पहुंचाती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह चलन अस्वास्थ्यकर आदतों को भी बढ़ावा दे सकता है। उनका कहना है कि इन उत्पादों को पीने की संस्कृति में छिपे निहितार्थ भरी नुकसान पहुंचते हैं।
अमरीकी कानून के तहत गैर-अल्कोहल माने जाने के लिए इन उत्पादों में मात्रा के हिसाब से 0.5% से कम अल्कोहल होना चाहिए।
गैर-अल्कोहलिक उत्पादों के बढ़ते बाज़ार ने हर दिन अपने ग्राहकों की संख्या को बढ़ाया है। विशेषकर युवा पीढ़ी और बच्चे बड़ी ही तेज़ी से इसके आदि होते हैं।