दिल्ली में इस बार आयोजित विश्व पुस्तक मेला में 40 से ज्यादा देशों के 1000 से अधिक प्रकाशक हिस्सा ले रहे हैं। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, भारत मंडपम में इसका उद्घाटन करेंगे। नौ दिनों तक चलने वाले इस विश्व पुस्तक मेले में पाठकों को पुस्तकों के साथ-साथ भारत की विविध संस्कृति और लोक कला की झलक भी देखने को मिलेगी।
आज सुबह से प्रगति मैदान में विश्व पुस्तक मेले की शुरुआत हो रही है। ये आयोजन 18 फ़रवरी तक चलेगा। बताया जा रहा है कि इस बार आयोजित पुस्तक मेला सबसे बड़ा मेला है।
विश्व की ज़्यादातर भाषाओं के प्रतिनिधि यहां पाठकों को मिलेंगे। विश्व पुस्तक मेले के मंच से यह बीटूसी स्तर का सबसे बड़ा पुस्तक मेला है।
स्कूली बच्चों तथा उनके साथ आने वाले शिक्षक इस मेले में निशुल्क प्रवेश पा सकेंगे। साथ ही बुजुर्गों के लिए भी ये सुविधा है। मेले में एंट्री का समय सुबह 11 बजे से रात आठ बजे तक है।
नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला के उद्घाटन समारोह पर आप सादर आमंत्रित हैं। #बहुभाषीभारत की जीवंत परंपरा को दर्शाती विश्व के इस सबसे बड़े पुस्तक मेले का उद्घाटन केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री श्री @dpradhanbjp जी द्वारा किया जा रहा हैI#ndwbf2024… pic.twitter.com/bKouo5EyOQ
— National Book Trust, India (@nbt_india) February 10, 2024
विश्व पुस्तक मेले में नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी भी बनाई गई है। इस लाइब्रेरी में बच्चों के लिए ई-जादुई पिटारा है। इसमें फ्री ऑनलाइन किताबें हैं जिन्हे डाउनलोड करने की भी सुविधा है।
इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर आर्ट द्वारा इंडिया द मदर ऑफ डेमोक्रेसी पर विशेष प्रदर्शनी का आयोजन भी किया जाएगा। प्रकाशन जगत के सीईओ स्पीक का आयोजन 11 फरवरी को होगा, जबकि 11 – 12 फरवरी को नई दिल्ली राइट्स टेबल का आयोजन होगा।
देशभर में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों को मेले में फेस्टिवल ऑफ फेस्टिवल्स के तहत आयोजित किया जाएगा। आयोजन में भारत साहित्य महोत्सव सहित अहमदाबाद साहित्य महोत्सव, सिनेमा दरबार, प्रगति विचार जैसे प्रतिनिधियों को इसके लिए निशुल्क जगह मुहैया कराई गई है। मेले में साहित्यिक, सांस्कृतिक गतिविधियों के आयोजन के साथ कई पुस्तकों का विमोचन भी होगा।