लोकप्रिय गीतकार जावेद अख्तर का कहना है कि एनिमल जैसी फिल्मों की कामयाबी बेहद खतरनाक है। जहां फिल्म एनिमल बॉक्स ऑफिस पर सफलता का परचम लहरा रही है, वहीं एक वर्ग इस फिल्म की आलोचना भी कर रहा है।
हाल ही में जावेद अख्तर ने भी फिल्म एनिमल के बारे में खुलकर बात की, लेकिन उन्होंने फिल्म का नाम लिए बिना फिल्म के दृश्य का वर्णन करते हुए इसकी आलोचना की।
एक फिल्म फेस्टिवल कार्यक्रम के दौरान जावेद अख्तर ने कहा कि अगर कोई ऐसी फिल्म हो जिसमें एक आदमी किसी महिला को जूते चाटने के लिए कहे, एक आदमी कहे कि महिला को थप्पड़ मारना ठीक है, तो यह फिल्म सुपरहिट हो जाती है, तो यह बहुत है खतरनाक है।
मल्टीस्टारर फिल्म ‘एनिमल’ ने महीनेभर में वर्ल्डवाइड करीब 900 करोड़ का बिजनेस कर लिया है। संदीप रेड्डी वांगा निर्देशन में बनी इस फिल्म की तारीफ और आलोचना दोनों हुई है। कुछ को ये बहुत पसंद आई तो कुछ ने इसको बहुत खराब कहा।
छत्रपति संभाजीनगर में 9वें अजंता-एलोरा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में जावेद अख्तर ने ‘एनिमल’ जैसी फिल्मों की सफलता पर चिंता ज़ाहिर की। उनका कहना है कि ‘एक हीरो की इमेज इस जागरूकता के साथ बनाई जानी चाहिए कि क्या सही है और कैसा होना चाहिए।
'एनिमल' फ़िल्म के किस सीन पर जावेद अख़्तर बोले- ये ख़तरनाक है
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— BBC News Hindi (@BBCHindi) January 7, 2024
आगे वह कहते हैं कि आज के राइटर्स को सोचने की जरूरत है, क्योंकि उनमें भ्रम बढ़ गया है। इसका कारण यह है कि समाज असमंजस में है। समाज यह तय नहीं करता कि क्या सही है और क्या गलत, बल्कि सिनेमा में इसका असर दिखता है।
अपनी बात में उन्होंने यह भी कहा कि एक समय था जब गरीब अच्छे थे और अमीर बुरे थे। लेकिन आज, हमारे दिमाग में केवल एक ही विचार है, कौन बनेगा करोड़पति?’ हालांकि उन्होंने इस तरह की फिल्मों के खरतनाक होने का खुलासा नहीं किया।