जी20 देशों का शिखर सम्मेलन 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में आयोजित होने जा रहा है। कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर जी20 शिखर सम्मेलन के बहाने चुनावी कार्यक्रम चलाने का आरोप लगाया है।
जी20 देशों का शिखर सम्मेलन सियासी बयानबाज़ी की चपेट में आ गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने इस पर ट्वीट किया है। कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि जी20 शिखर सम्मेलन के बहाने चुनावी कार्यक्रम चलाने के पीछे महत्वपूर्ण मुद्दों से जनता का ध्यान हटाने की कोशिश की जा रही है।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने अपने माइक्रोब्लॉगिंग साईट पर सन्देश में लिखा है कि ‘जी20 का गठन 1999 में हुआ था। 19 देश और यूरोपीयन यूनियन इसके सदस्य हैं। इसके गठन से लेकर अब तक 17 देशों में बारी-बारी से जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन हुआ है और अब भारत का नंबर है।’
कांग्रेस नेता का कहना है कि अन्य जरूरी मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाने के लिए ऐसा किया जा रहा है। जयराम रमेश का आरोप है कि ‘यहां इसे लेकर जिस तरह से चुनावी कैंपेन चलाया जा रहा है और माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है, वैसा किसी दूसरे देश में नहीं हुआ।’
G20 का गठन 1999 में हुआ था। 19 देश और यूरोपीयन यूनियन इसके सदस्य हैं। इसके गठन से लेकर अब तक बारी-बारी से 17 देशों में G20 शिखर सम्मेलन आयोजित हुआ है। अब भारत का नंबर है।
लेकिन यहां इसे लेकर जिस तरह का चुनावी कैंपेन चलाया जा रहा है और माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है, वैसा…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) August 19, 2023
जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए लिखा कि- ‘फिर मुझे लालकृष्ण आडवाणी की वह बात याद आ रही है। 5 अप्रैल 2014 को उन्होंने नरेंद्र मोदी को एक शानदार इवेंट मैनेजर बताया था। जनता का ध्यान भटकाने के लिए प्रधानमंत्री इवेंट मैनेजमेंट ही कर रहे हैं।’
अपनी बात में कांग्रेस नेता ने कांग्रेस सरकार के समय में होने वाले आयोजनों का हवाला देते हुए कहा कि ‘हमें याद रखना चाहिए कि इसी नई दिल्ली में 1983 में 100 से अधिक देशों का गुटनिरपेक्ष शिखर सम्मेलन और उसके बाद कॉमनवेल्थ देशों का शिखर सम्मेलन सफलतापूर्वक आयोजित हो चुका है, लेकिन तब की सरकार ने चुनावी फायदे के लिए उन मौकों का इस्तेमाल नहीं किया।’