मेटा पर ईयू यूजर्स का डेटा अमेरिका में ट्रांसफर करने का आरोप है। ऐसे में यूरोपीय यूनियन के डेटा कानूनों का उल्लंघन करने के चलते मेटा पर $ 1.3 बिलियन का जुर्माना लगाया गया है।
आयरिश डेटा प्रोटेक्शन कमीशन ने 2020 में इस मामले की जांच शुरू की क्योंकि मेटा का आयरलैंड में यूरोपीय मुख्यालय है।
इस पड़ताल के दौरान डेटा सुरक्षा आयोग ने पाया कि मेटा उपयोगकर्ताओं के मौलिक अधिकारों और स्वतंत्रता के खतरों को दूर करने में विफल रहा।
मेटा ने 1.3 बिलियन डॉलर के जुर्माने को गलत और अनुचित बताया है। इस सम्बन्ध में मेट्टा का कहना है कि ऐसे निर्णय अन्य कंपनियों के लिए एक खतरनाक मिसाल कायम करता है।
Meta was fined a record $1.3 billion by European Union privacy regulators for transferring user information to the United States beyond a 2020 EU court ruling that invalidated an EU-US data transfer pact https://t.co/xkQIzhbmge $META pic.twitter.com/JGbfcbMDKl
— Reuters (@Reuters) May 23, 2023
मेटा ग्लोबल अफेयर्स के प्रेसिडेंट निक क्लेग का कहना है कि अमेरिका के अलावा कोई और देश नहीं है जो यूरोपीय कानूनों का ख्याल रखता हो, लेकिन दूसरी तरफ चीन को डेटा ट्रांसफर किए जाने का सवाल ही नहीं उठता।
उन्होंने कहा कि हम इस जुर्माने पर अदालत से निषेधाज्ञा की मांग करेंगे, फेसबुक को यूरोप में कहीं भी प्रतिबंधित नहीं किया गया है।
एक ब्लॉग पोस्ट में वैश्विक मामलों के मेटा अध्यक्ष निक क्लेग और मुख्य कानूनी अधिकारी जेनिफर न्यूस्टेड का कहना है कि हम निर्णय के मामले और जुर्माने सहित इसके आदेशों पर अपील करेंगे, और कार्यान्वयन की समय सीमा को रोकने के लिए अदालतों के माध्यम से रोक लगाने की मांग करेंगे। आगे उन्होंने कहा कि यूरोप में फेसबुक पर तत्काल कोई व्यवधान नहीं है।