सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के निकाय चुनाव को लेकर अहम फैसला लिया। इस फैसले के तहत इस बार भाजपा स्थानीय निकाय चुनाव में मंत्रियों, सांसदों और विधायकों के रिश्तेदारों को टिकट नहीं देगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास पर हुई बैठक में ये फैसला लिया गया। इस बैठक में पार्टी की जीत प्रतिशत सुनिश्चित करने सम्बन्धी रणनीति पर भी बात की गई।
बैठक में अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी सरकार और राज्य सरकार द्वारा किए गए कार्यों से मतदाता को अवगत कराया जाए। आगे उन्होंने कहा कि प्रभारी मंत्रियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भाजपा स्थानीय निकाय चुनावों में अधिक से अधिक सीटें जीते।
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— khas khabar (@khaskhabar) April 11, 2023
मंत्रियों को ये भी निर्देश दिया गया है कि उनके पास न केवल उन जिलों की देखभाल करने की जिम्मेदारी है, जिनके वे प्रभारी हैं, बल्कि उनके मूल जिलों की भी जिम्मेदारी है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सभी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पार्टी 17 नगर निगमों सहित सभी 762 शहरी स्थानीय निकायों में जीत हासिल करे।