उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कल यानी 10 फरवरी से ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट मेगा शो का आयोजन शुरू हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का उद्घाटन किया। इस समिट का समापन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रविवार को करेंगी।
शुक्रवार से शुरू हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में पहले दिन वाराणसी के निवेशक अपना वर्चस्व बनने में सफल रहे। समिट के पहले दिन ही जिले के 22 विभागों से 434 एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इस माध्यम से 13,621.91 करोड़ रुपये निवेश की अंतिम औपचारिकता पूरी हुई। दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में ही 70 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव पर मुहर लगी जिसमे अकेले वाराणसी से ही 137 लाख करोड़ रुपये का निवेश होना है।
लखनऊ में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन का मक़सद प्रदेश की आर्थिक उन्नति है। तीन दिनों तक चलने वाले इस समिट में 34 सत्र होंगे। उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के शुभारंभ के मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के ‘रिफॉर्म, परफॉर्म ट्रांसफार्म’ के मंत्र को आत्मसात कर उत्तर प्रदेश ने जो प्रयास किए, उसी का परिणाम है कि आज इस निवेश के महाकुंभ के माध्यम से उत्तर प्रदेश को 32 लाख 92 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। एमएसएमई से 212 निवेशकों ने 5404.74 करोड़ रुपये निवेश केे प्रस्ताव पोर्टल पर अपलोड किए हैं। अधिकतर निवेशक लखनऊ में हैं। शनिवार व रविवार को निवेश की अंतिम प्रक्रिया पूरी होगी।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में उत्तर प्रदेश के लिए बंपर निवेश, जुटाए 32 लाख करोड़ रुपयेhttps://t.co/JZb43zOrQO
— Information and Public Relations Department, UP (@InfoDeptUP) February 11, 2023
इस अवसर पर शुक्रवार को परसदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप ‘नए भारत का नया उत्तर प्रदेश’ देश के ग्रोथ इंजन की बड़ी भूमिका निभाने को तैयार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सम्बोधन में कहा कि भारत की समृद्धि में ही दुनिया की समृद्धि निहित है। पीएम मोदी ने कहा कि एक तरफ डबल इंजन सरकार का इरादा और दूसरी तरफ संभावनाओं से भरा उत्तर प्रदेश, इससे बेहतर साझेदारी हो ही नहीं सकती। अपनी बात में उन्होंने आगे कहा कि बहुत जल्द यूपी देश के उस इकलौते राज्य के तौर पर जाना जाएगा, जहां पांच अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं।