नई दिल्ली: भारत के केरल राज्य में मंकीपॉक्स के पहले मामले की पुष्टि हुई है। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार संयुक्त अरब अमीरात से भारत लौटे एक 35 वर्षीय व्यक्ति का तिरुवनंतपुरम में वायरस के लिए किया गया टेस्ट पोसिटिव आया है। रिपोर्ट मिलने के बाद इस व्यक्ति को मेडिकल कॉलेज में स्थानांतरित कर दिया गया।
जानकारी के मुताबिक़ संयुक्त अरब अमीरात में रहने के दौरान रोगी एक ऐसे व्यक्ति के निकट संपर्क में था जो इस बीमारी ग्रसित था।
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि राज्य में मंकी पॉक्स के एक संदिग्ध मामले की पहचान की गई है
दूसरे देश में एक पुष्ट मामले के साथ उसका निकट संपर्क था; सैंपल वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट में जांच के लिए भेजा गया है।
संदिग्ध मामले को आइसोलेट कर दिया गया है। pic.twitter.com/MCmIyZHI3R
— Fake Indian (@Fake_india45) July 14, 2022
इस बीच स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि मरीज का उसके माता-पिता, टैक्सी चालक और ऑटोरिक्शा चालक के साथ करीबी संपर्क में रहा। पड़ताल से मिली जानकारी के मुताबिक़ मंकीपॉक्स पीड़ित व्यक्ति संयुक्त अरब अमीरात से पुरम हवाई अड्डे पर पहुंचा और कोल्लम जिले में अपने घर जाने के लिए एक टैक्सी ली। रोगी जिस विमान से केरल पहुंचा उससे सम्बंधित जानकारी भी प्राप्त कर ली गई है।
गौरतलब है कि 1958 में एक शोध के दौरान बंदरों की कालोनी में कॉलोनी बीमारी फैलने पर इस वाइरस की जानकारी मिली थी। इसका पहला मामला 1970 में कांगो में दर्ज किया गया था।