उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का गुना भाग अब कई तथ्यों को सामने ला रहा है। अब पार्टी इस लेखे जोखे के आधार पर अपनी कमियों को तलाश रही है। भाजपा ने लक्ष्य पाने का जादुई आंकड़ा छुआ जबकि सपा पूरे माहौल और मन बनाने के बाद दुसरे नंबर पर रही।
आकड़े बता रहे हैं कि पांच लाख वोट मिलने पर सपा गठबंधन के साथ 202 के आंकड़े तक पहुंच जाती और कुर्सी पर अपनी पहुँच बना सकती थी।
वोटों का आकलन बताता है कि सपा की 77 ऐसी सीटें है जहाँ उसकी हार का अंतर 200 से लेकर 13000 तक रहा। भाजपा को शिकस्त देने के लिए सपा को इन सीटों पर 496408 वोट की जरूरत थी। आकड़े बता रहे हैं कि पांच लाख वोट मिलने पर सपा गठबंधन के साथ 202 के आंकड़े तक पहुंच जाती और कुर्सी पर अपनी पहुँच बना सकती थी।
लक्ष्य प्राप्ति के लिए कुल 403 विधानसभा सीटों में 202 सीटों की जरूरत होती है। भाजपा ने 41.03 फीसदी वोट पाया जो संख्या में 3,80,51,721 होता है। इन वोटों की बदौलत वह 255 सीट पाने में कामयाब रही। सपा को कुल वोट 32.06 फीसदी यानी 2,95,43,934 मिले। इससे सपा गठबंधन को 125 सीटें मिली। सत्ता तक पहुंचने के लिए सपा को 77 सीटों की और आवश्यकता थी। कुर्सी और धामपुर सीटों से सपा की हार का अंतर 200 से 400 वोट का रहा है।
सपा जिन सीटों पर 200 – 1000 के अंतर पर हारी
धामपुर, कुर्सी, बीसलपुर, नकुड़, कटरा, शाहगंज, मुरादाबाद नगर, सुल्तानपुर, मानिकपुर, छिबरामऊ
सपा जिन सीटों पर 1000 – 5000 के अंतर पर हारी
मड़ियाहूं, सीतापुर, बदलापुर, श्रावस्ती, औराई, सलोन, फूलपुर, बिंदकी, अलीगंज, इटावा, बहराइच, जलेसर, मधुबन, जलालाबाद, तिर्वा, भोगांव, मोहम्मदी हैं।
सपा जिन सीटों पर 5000 – 10000 के अंतर पर हारी
कोल, महमूदाबाद, मेंहदावल, खागा, बीकापुर, राबर्टसगंज, मिलक, कन्नौज, ज्ञानपुर, दुद्धी, शाहाबाद, गोंडा, नरैनी, मैनपुरी, पीलीभीत, देवबंद, रायबरेली, हस्तिनपुर, सहारनपुर नगर, मलिहाबाद, मेरठ दक्षिण, गोपामऊ, जौनपुर, सिकंदरराव, सांडी, नवाबगंज, चकिया, शाहजहांपुर, करछना, दातागंज, लंभुआ, ददरौला व सिधौली है।
सपा जिन सीटों पर 10000 – 13000 के अंतर पर हारी
बिसवां, वाराणसी दक्षिण, बरेली कैंट, सैयदराजा, बलरामपुर, बदायूं, धनौरा, भोगनीपुर, पयागपुर, महोली, नानपारा, बारा, खलीलाबाद, धौलाना, अलीगढ़ व आयाशाह है।