रूस-यूक्रेन युद्ध के नतीजे में शेयर बाजार में बड़ी गिरावट जारी है। बाजार खुलने के चंद मिनटों बाद ही सेंसेक्स में 1601 अंक की गिरावट के बाद 52732 के स्तर रहा। इस बीच निफ्टी 447 अंक लुढ़क कर 15798 पर रहा। निफ्टी 50 के केवल 4 स्टॉक ही हरे निशान पर रहे।
सप्ताह के पहले कारोबारी दिन को बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह सवा नौ बजे 1161.3 अंक लुढ़ककर 53,172.51 के स्तर पर खुला। निफ्टी की कारोबारी शुरुआत लाल निशान के साथ हुई। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 53000 के नीचे आ गया। यह ढाई प्रतिशत या 1409.27 अंक टूटकर 52,924.54 के स्तर पर था। जबकि निफ्टी 398.00 अंक नीचे गिरकर 15,847.35 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।
पिछले सप्ताह शेयर बाजार में चौतरफा बिकवाली के चलते शीर्ष 10 में सात कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 2.11 लाख करोड़ रुपये घट गया।
पिछले सप्ताह शेयर बाजार में चौतरफा बिकवाली के चलते शीर्ष 10 में सात कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 2.11 लाख करोड़ रुपये घट गया। इसमें एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक और हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फाइनेंस, भारती एयरटेल और भारतीय स्टेट बैंक शामिल हैं। इसके विपरीत रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, इंफोसिस और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के मूल्यांकन में बढ़ोतरी हुई।
यूक्रेन संकट की वजह से पैदा हुई अनिश्चितता और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों से कारोबारी धारणा पर पड़े प्रतिकूल असर ने एफपीआई की इस निकासी को रफ्तार देने का काम किया है। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने मार्च के सिर्फ तीन कारोबारी दिवसों (दो से चार मार्च) में ही भारतीय शेयर बाजारों से 17,537 करोड़ रुपये की निकासी कर ली है। इसके अलावा एफपीआई डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोर होती स्थिति को देखते हुए ऋण खंड में भी बिकवाल बने हुए हैं।