शिवसेना उत्तर प्रदेश प्रमुख ठाकुर अनिल सिंह ने कहा है कि योगी सरकार द्वारा चार साल की उपलब्धि का जो पुलिंदा जारी किया है शिवसेना उसकी पोल खोलेगी। उन्होंने कहा कि शिवसेनापक्षप्रमुख व महाराष्ट्र के लोकप्रिय मुख्यमंत्री उद्धव साहेब ठाकरे द्वारा किए जा रहे जनहित कार्यों से प्रभावित होकर भारी संख्या में समाज के विभिन्न समुदाय के लोग पार्टी में शामिल हो रहे हैं।
प्रदेश में जंगल राज
उत्तर प्रदेश सरकार के 4 वर्षों की उपलब्धियां गिनाते हुए ठाकुर अनिल सिंह ने कहा कि उ.प्र. सरकार की प्रथम उपलब्धियां 4 वर्षों में ये रही कि पूरे प्रदेश में जंगल राज है। दिनदहाड़े बहन- बेटियों की अस्मत लूटी जा रही है। चारों तरफ भय व्याप्त है। कानून-व्यवस्था पटरी से उतर गई है। साधु-संतों की हत्या हो रही है। यह तब हो रहा है जब उ.प्र. में एक संत-महंत की सरकार है।
कोविड-19 काल में हाहाकार
दूसरी उपलब्धि कोविड-19 काल में 300 मरीज एक दिन में राजधानी लखनऊ में आने से हाहाकार मच गया है। अस्पतालों में जगह न होने के कारण लोगों ने सड़क पर खड़ी एंबुलेंस में इलाज कराया। जांच के लिए लंबी कतार लगी रहीं। उ.प्र. सरकार के दो कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान और कमला रानी वरुण ने कोविड की चपेट में आने के बाद जान गवां दी। योगी मंत्रिमंडल के लगभग आधे मंत्री कोविड से अस्पतालों में चले गए थे। हर जिले में एम्स खोलने की बात करनेवाली सरकार अपने मंत्रियों की जान नहीं बचा सकी।
सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों में मोटी फीस
उ.प्र. सरकार की चिकित्सा के क्षेत्र में चार वर्षों की उपलब्धियां हैं, जिसे जनता अभी भूली नहीं है। तीसरी उपलब्धि कोविड काल में उ.प्र. के सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों में मोटी फीस ली जा रही है। एडमिशन के लिए लाखों रुपए की रकम वसूली जा रही है। ऐसी हालत में जब लोगों के पास आजीविका चलाने के लिए धन नहीं है, तब फीस कैसे भरी जाए। कोविड की वजह से लगभग एक वर्ष से स्कूल, विद्यालय बंद हैं और विद्यार्थियों से पूरी फीस वसूली जा रही है जबकि एक भी संसाधन यूज नहीं हुए और न ही क्लासेज चलीं। भारी संख्या में शिक्षक/टीचरों को विद्यालय से निकाल दिया तथा बिना मानक के हजारों विद्यालय चल रहे हैं। शिक्षकों को मानकविहीन वेतन दिए जा रहे हैं। सैकड़ों विद्यालयों को मानकविहीन मान्यता भी दी गई है। जर्जर प्राथमिक विद्यालय यह दर्शाते हैं कि उ.प्र. सरकार की शिक्षा पर कितनी उपलब्धियां हैं।
प्रभु रामलला के नाम पर चंदा
चौथी उपलब्धि भारतीय जनता पार्टी ने कोविड काल में प्रभु रामलला के नाम पर हजारों, करोड़ों रुपए का चंदा वसूला। 90 के दशक से आज तक कई काल खंडों में चंदावसूली का काम किया। आरएसएस व भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने रामलला के नाम पर अपनी झोलियां भरीं और जनपदों में भारतीय जनता पार्टी ने करोड़ों रुपए के कार्यालय बना लिए। अगर सरकार में जरा भी नैतिकता है तो आज तक वसूले गए चंदे का लेखा–जोखा जनता के सामने रखे।
शिवसेना विवश होकर इन सभी उपलब्धियों को लेकर माननीय मुख्यमंत्री महाराष्ट्र व शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव साहेब ठाकरे जी के समक्ष रखकर राजधानी लखनऊ में अगले माह एक बड़ा आंदोलन खड़ा करेगी।
एक महान उपलब्धि स्वयं सरकार बता रही है कि आपके अधिकारी निरंकुश हो गए हैं और अधिकारी आपका फोन नहीं उठाते। उ.प्र. में नौकरशाहों पर कोई अंकुश नहीं है। जब मुख्यमंत्री कार्यालय का फोन नौकरशाह आईएएस एवं आईपीएस नहीं उठाते हैं तो आप यह समझ लीजिए कि उत्तर प्रदेश सरकार का क्या हाल है? जब अधिकारी आपके अंकुश में न हो तो यह दर्शाता है कि सरकार रामभरोसे चल रही है। शिवसेना विवश होकर इन सभी उपलब्धियों को लेकर माननीय मुख्यमंत्री महाराष्ट्र व शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव साहेब ठाकरे जी के समक्ष रखकर राजधानी लखनऊ में अगले माह एक बड़ा आंदोलन खड़ा करेगी।
कार्यक्रम में हिंदू महासभा से आए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गौरव वर्मा को पार्टी में शामिल करते हुए लखनऊ मध्य से शिवसेना प्रत्याशी व प्रदेश उपप्रमुख एवं प्रेम कृष्ण गुप्ता उर्फ कन्हैया भइया जी को प्रदेश संगठन प्रचार प्रभारी व अंकित गुप्ता को प्रदेश सह संगठन प्रचार प्रभारी नियुक्त किया गया। साथ ही अंकुर श्रीवास्तव को लखनऊ पूर्वी का प्रत्याशी बनाया गया है, इस अवसर पर गौरव वर्मा ने कहा मैं हिंदूहृदयसम्राट शिवसेनाप्रमुख श्री बालासाहेब ठाकरे से प्रभावित होकर हिंदू हितों के लिए शिवसेना में शामिल हुआ हूं। इस अवसर पर विश्वजीत सिंह- प्रदेश सचिव एवं प्रदेश कार्यालय प्रभारी, मोहित बजाज आईटीसेल प्रभारी, सौरभ चौधरी, सौराष्ट्र जीत, मनीष साहू, प्रेम कृष्ण गुप्ता, सरोज नाथ योगी, धर्मेंद्र कुमार, मोहित मिश्रा अल्पसंख्यक सेना अध्यक्ष फुरकान खान, राम कुमार, अनिल यादव, रितेश श्रीवास्तव, गौरव जैन, मोहम्मद अतीक, वसीम खान, कमलेश यादव, सावेज अंसारी आदि सैकड़ों शिवसैनिक मौजूद थे।