5 अगस्त, 2020 जम्मू-कश्मीर में एक नया राजनीतिक बदलाव लेकर आया है. जम्मू-कश्मीर को नया LG मिल गया है. माना जा रहा है कि मनोज सिन्हा को नियुक्त कर केंद्र संदेश देना चाहता है कि वो साल भर से ‘बंद पड़े’ जम्मू-कश्मीर में अपनी राजनीतिक हलचल शुरू करना चाहता है. साल भर पुराने केंद्रशासित प्रदेश को मनोज सिन्हा के रूप में नए एलजी मिले हैं, जो लंबे अरसे से राजनीति से जुड़े हुए हैं और पिछली मोदी सरकार में मंत्री भी थे. मौजूदा एलजी जीसी मुर्मू गवर्नर हाउस से एक तरफ़ दिल्ली के लिए रवाना हुए, वहीं नए एलजी सिन्हा अपना कार्यभार संभालने श्रीनगर पहुंच गए हैं.
मुर्मू को नया CAG (Comptroller and Auditor General) बनाया जा रहा है. मौजूदा CAG राजीव महर्षि 8 अगस्त को 65 साल की उम्र में रिटायर हो रहे हैं.
मनोज सिन्हा भारतीय जनता पार्टी के पुराने नेता हैं. वह पूर्वांचल के ग़ाज़ीपुर से सांसद रह चुके हैं और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी का बड़ा चेहरा हैं. हालांकि, सिन्हा 2019 का लोकसभा चुनाव हार गए थे, इसलिए उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली थी. सिन्हा की नियुक्ति साफ संदेश है कि केंद्र जम्मू कश्मीर में राजनीतिक हलचल दुबारा शुरू करवाना चाहता है.