ईरान की पासदाराने इंक़ेलाब फ़ोर्स आईआरजीसी के प्रमुख जनरल हुसैन सलामी ने कहा कि हमें कोरोना वायरस से लड़ने के लिए अमरीका की मदद की ज़रूरत नहीं बल्कि अगर अमरीका आग्रह करे तो हम ख़ुद उसे मदद देने के लिए तैयार हैं।
तेहरान में मीडिया से बात करते हुए जनरल हुसैन सलामी ने अमरीका की ओर से ईरान को कोरोना वायरस से लड़ने में मदद की पेशकश के बारे में कहा कि अमरीका की यह पेशकश एक धोखा है।
जनरल सलामी ने अमरीका में कोरोना वायरस के संक्रमितों और इससे हताहत होने वालों की संख्या का उल्लेख किया और कहा कि मैं तो कहता हूं कि अगर अमरीकी राष्ट्र को मदद की ज़रूरत है तो हम उसे यह मदद देने के लिए तैयार हैं।
जनरल सलामी ने कहा कि हमने कोरोना के मामले में अमरीका की मदद की पेशकश इसलिए ठुकरा दी कि हमें उसकी ज़रूरत नहीं है।
अमरीका के विदेश मंत्री माइक पोम्पेयो ने कहा था कि उनका देश कोरोना वायरस की रोकथाम के संबंध में ईरान को मदद देने के लिए तैयार है। इस पेशकश के बारे में ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि अमरीका की ओर से मदद का प्रस्ताव इतिहास का सबसे बड़ा झूठ है। उन्होंने कहा कि यदि अमरीका ईरान की मदद करना चाहता है तो उसे चाहिए कि ईरान पर लगे प्रतिबंध हटा ले।
अमरीका में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 70 हज़ार से अधिक हो गई है जबकि 1000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।
गुरुवार की दोपहर तक इस महामारी ने दुनिया भर में 4 लाख 86 हज़ार से अधिक लोगों को अपनी चपेट में लिया जिनमें से 22 हज़ार से अधिक लोगों की जानें चली गईं जबकि 1 लाख 17 हज़ार लोगों का कामयाबी से इलाज हुआ।